जमशेदपुर। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला जनसम्पर्क कार्यालय, जमशेदपुर के सभागार में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। “प्रेस स्वतंत्रता पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रभाव” विषय पर आयोजित इस परिचर्चा में जिले के वरीय अधिकारी, पत्रकार और मीडिया जगत के वरिष्ठ एवं युवा सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री कौशल किशोर ने शिरकत की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “इंसान की बुद्धिमत्ता को कभी भी एआई मात नहीं दे सकता।” उन्होंने स्पष्ट किया कि मीडिया विचार और विश्लेषण प्रस्तुत करता है, जो AI जैसे उपकरणों से संभव नहीं है। हां, AI डेटा विश्लेषण और प्रस्तुति में जरूर मदद कर सकता है, लेकिन उसकी सीमाएं बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज रोबोट काम कर रहे हैं, लेकिन इंसानी सोच और संवेदना का कोई विकल्प नहीं हो सकता।
AI का सतर्क और जिम्मेदार उपयोग जरूरी – डीपीआरओ
जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी श्री पंचानंद उरांव ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि AI का इस्तेमाल सोच-समझ कर किया जाना चाहिए। यह तकनीक सुविधाजनक जरूर है, लेकिन इसके अंधाधुंध प्रयोग से नुकसान भी संभव है।
जनजातीय संस्कृति के दस्तावेजीकरण में AI की भूमिका
झारखंड की जनजातीय कला और संस्कृति पर काम कर रहे श्री पंचानन सोरेन ने कहा कि AI की सहायता से झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत किया जा सकता है। यह तकनीक दस्तावेजीकरण के क्षेत्र में सहायक सिद्ध हो सकती है।
कार्यशाला का संचालन, पुस्तक विमोचन और श्रद्धांजलि
कार्यशाला का संचालन प्रेस क्लब ऑफ जमशेदपुर के महासचिव श्री विकास कुमार श्रीवास्तव ने किया। अध्यक्षता प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री संजीव भारद्वाज ने की और धन्यवाद ज्ञापन पूर्व महासचिव श्री गुलाब प्रसाद सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर पत्रकार श्री दशमत सोरेन द्वारा लिखित कविता संग्रह “पूर्णिमा की शाम” का विमोचन भी किया गया। साथ ही प्रेस क्लब के प्रथम महासचिव सह वरिष्ठ पत्रकार श्री सिद्धनाथ दुबे और श्री मनीष सिन्हा के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
वरिष्ठ व युवा पत्रकारों की रही सक्रिय सहभागिता
इस कार्यशाला में जनसम्पर्क विभाग से सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी श्री अंकित कुमार सिंह, श्री भवेश शर्मा, श्री गौरव कुमार, चन्दन सहित कई पत्रकार और प्रेस क्लब सदस्य जैसे बी. श्रीनिवास, बीके ओझा, बृजेश सिंह, कुलविंदर सिंह, सुमित झा, अमित तिवारी, अमिताभ वर्मा, अभिषेक पीयूष, वेद प्रकाश गुप्ता, प्रमोद झा, जितेंद्र कुमार, निखिल सिन्हा, चंद्रशेखर, सुनील आनंद, मिथिलेश चौबे, संजीव सिंह, निर्मल प्रसाद, आकाश, सानू समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।


