

जमशेदपुर, 2 मई — पोटका थाना प्रभारी पर एकतरफा कार्रवाई और अभद्र व्यवहार के गंभीर आरोप लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रतिनिधिमंडल ने जिला पुलिस मुख्यालय में वरीय आरक्षी अधीक्षक (एसएसपी) से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने थाना प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मामला पोटका प्रखंड के सामरसाईं गांव का है, जहां दो परिवारों के बीच हाल ही में विवाद हुआ था। झामुमो महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष चंद्रावती महतो ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने इस विवाद में निष्पक्षता बरतने के बजाय एकपक्षीय कार्रवाई की है।
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गर्भवती महिला को थाने में जबरन बैठाने और पति को जेल भेजने का आरोप
चंद्रावती महतो ने जानकारी दी कि गर्भवती महिला को थाने में जबरन बैठाया गया और उसके पति धनंजय प्रामाणिक को जेल भेज दिया गया। जब गांव के लोग और ग्राम प्रधान स्थिति की जानकारी लेने के लिए थाना पहुंचे, तो थाना प्रभारी ने उनके साथ भी अभद्र व्यवहार किया।
ग्राम प्रधान और ग्रामीणों के साथ बदसलूकी
महतो ने कहा कि थाना प्रभारी की कार्यशैली कानून व्यवस्था के खिलाफ है और इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो झामुमो सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी।
एसएसपी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
झामुमो प्रतिनिधिमंडल की शिकायत के बाद वरीय आरक्षी अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया।
