एक पौधा माँ के नाम” अभियान के तहत एमबीएनएस समूह में वन महोत्सव पर विशेष कार्यक्रम, IFS अधिकारी शबा आलम अंसारी बनीं प्रेरणा स्रोत

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जमशेदपुर, 10 जुलाई 2025।
वन महोत्सव 2025 के उपलक्ष्य में एमबीएनएस समूह के शैक्षणिक विभाग एवं नर्सिंग विभाग के एनएसएस सेल द्वारा एक दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की थीम एक पौधा माँ के नाम रखी गई, जिसने भावनात्मक जुड़ाव के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता को भी मजबूती दी।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आईएफएस अधिकारी श्रीमती शबा आलम अंसारी, फील्ड डिप्टी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट, डालमा वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी, पूर्वी सिंहभूम ने शिरकत की। उन्होंने छात्रों के साथ अपने जीवन के संघर्षों और उपलब्धियों को साझा करते हुए IFS अधिकारी बनने की प्रेरक यात्रा को विस्तार से बताया।

प्रेरणादायक संबोधन

शबा आलम अंसारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा—

“जीवन में लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत, लगन और अनुशासन बेहद ज़रूरी है। यदि आप ठान लें, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती।”
उन्होंने वन संरक्षण को लेकर भी युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया और कहा कि—
“आज का पौधारोपण कल की हरियाली है। अगर हम अभी नहीं जागे, तो आने वाली पीढ़ी को शुद्ध हवा भी नसीब नहीं होगी।”

स्वागत एवं आरंभिक वक्तव्य

कार्यक्रम की शुरुआत शैक्षणिक निदेशिका डॉ. अनुपा सिंह के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने वन महोत्सव के महत्व, हरियाली के लाभ, और पौधारोपण की सामाजिक ज़िम्मेदारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे हर साल कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं और उसकी देखभाल करें।

उत्साह और सहभागिता

इस कार्यक्रम में छात्रों, फैकल्टी सदस्यों और एनएसएस स्वयंसेवकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। सभी ने मिलकर विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए और उन्हें अपनी माताओं के नाम समर्पित किया। यह व्यक्तिगत और सामाजिक भावनाओं का सुंदर समागम था। छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और वन संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।

पर्यावरण संरक्षण की पुकार

अपने संबोधन में शबा आलम अंसारी ने यह भी कहा—

“पर्यावरण केवल सरकारी नीतियों से नहीं, बल्कि जनभागीदारी से सुरक्षित रहेगा। जब हर नागरिक एक पौधे को संतान की तरह सींचेगा, तब जाकर वनों का भविष्य सुरक्षित होगा।”

समापन और धन्यवाद ज्ञापन

कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें आयोजकों ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में शांति, सहयोग और पर्यावरण के प्रति जागरूकता की भावना स्पष्ट रूप से देखने को मिली।