Jamshedpur : सिदो-कानू के वंशजों पर लाठीचार्ज को बताया शहादत का अपमान, उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन आदिवासी सुरक्षा परिषद ने सोमवार को पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन साहिबगंज जिले के ऐतिहासिक भोगनाडीह में 29 जून को सिद्धू-कानू के वंशजों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में आयोजित किया गया था।
परिषद के अध्यक्ष रमेश हांसदा ने कहा कि भोगनाडीह जैसी ऐतिहासिक भूमि पर शहीदों के वंशजों के साथ इस प्रकार का व्यवहार न सिर्फ उनकी शहादत का अपमान है, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की मर्यादा का भी उल्लंघन है। 29 जून को सिद्धू-कानू के वंशजों द्वारा ग्रामसभा से अनुमति लेकर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जा रही थी, लेकिन जिला प्रशासन ने पहले तो अनुमति नहीं दी और फिर श्रद्धांजलि देने पहुंचे लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है और पाँचवीं अनुसूची क्षेत्र में ग्रामसभा के अधिकारों की खुली अवहेलना है।
प्रमुख मांगे जो ज्ञापन में रखी गईं:
1. लाठीचार्ज की घटना की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए।
2. दोषी अधिकारियों को बर्खास्त कर उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो।
3. घायल आदिवासियों को समुचित इलाज एवं शहीद परिवारों को मुआवजा दिया जाए।
4. ऐसे घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।
मौके पर मुख्य रूप से राम सिंह मुंडा (अध्यक्ष, आदिवासी सुरक्षा परिषद, जमशेदपुर महानगर), रमेश बास्के, काजू सांडील, मन मोहन हांसदा, मार्शल हांसदा, दीपक सुंडी, विनोद ओमंग, प्रकाश सांडील, सलिल महतो, असीस मार्डी, अर्जुन किस्कू, दसमत मुर्मू, सागर टुडू, सूरज हेंब्रम, गणेश मुंडा, संजय सरदार समेत कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे।