Jamshedpur : बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा के नेतृत्व में उपायुक्त कार्यालय पर एक जोरदार प्रदर्शन किया गया। उपायुक्त की अनुपस्थिति में प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम विधि व्यवस्था अंकित कुमार से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। एडीएम ने समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और तत्काल समाधान के लिए जुस्को और तारापुर कंपनियों से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। एडीएम ने बताया कि बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना और हाउसिंग कॉलोनी जलापूर्ति योजना के अधूरे कामों को जल्द पूरा करने के लिए उपायुक्त से चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को तलब कर अधूरी पाइपलाइन बिछाने और कार्य की प्रगति में तेजी लाने का निर्देश दिया गया।
11 वर्षों से पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश
सुबोध झा ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि बागबेड़ा, किटाडीह, घाघीडीह और करनडीह के 21 पंचायतों और 113 गांवों के 2.25 लाख लोग पिछले 11 वर्षों से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। बार-बार आश्वासनों के बावजूद योजना अधूरी है और जनता को एक बूंद पानी भी उपलब्ध नहीं हो सका है।

2015 में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया था शिलान्यास।
2018 में जनता से पानी कनेक्शन के लिए ₹450 (सामान्य वर्ग) और ₹225 (एससी/एसटी वर्ग) लिया गया था। योजना के लिए कुल 237 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए, लेकिन नतीजे अब तक शून्य हैं।
योजनाओं में भ्रष्टाचार और जनता का आक्रोश
सुबोध झा ने आरोप लगाया कि योजना के तहत 237 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत होने के बावजूद काम अधूरा है। उन्होंने इस मामले में शामिल अधिकारियों और ठेकेदारों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की। झारखंड हाई कोर्ट के निर्देशानुसार योजना को जल्द पूरा करने के लिए 50 करोड़ रुपये की नई स्वीकृति दी गई थी। इसके अलावा, बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी जलापूर्ति योजना के लिए भी 1.88 करोड़ रुपये जारी किए गए। फिर भी जनता को पानी नहीं मिला।

ग्रामीणों की मुख्य मांगें:
1. गर्मियों से पहले टैंकरों से पानी आपूर्ति की व्यवस्था।
2. सभी अधूरी पाइपलाइन को बिछाकर योजना को जल्द पूरा करना।
3. योजनाओं में शामिल भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई।
4. बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी के फिल्टर प्लांट का पुनर्निर्माण।
5. पाइपलाइन बिछाने के दौरान खोदे गए गड्ढों को भरवाने का आदेश।
आंदोलन की अगली योजना
बागबेड़ा महानगर विकास समिति के बैनर तले 11 जनवरी को रामनगर चौक स्थित बजरंगबली मंदिर में एकदिवसीय धरना दिया जाएगा। प्रदर्शन के पहले चरण के रूप में यह आंदोलन बागबेड़ा की जनता को उनका अधिकार दिलाने का प्रयास है।