जमशेदपुर, 29 जुलाई। सावन माह के तृतीय सोमवारी के पावन अवसर पर सिदगोड़ा सूर्य मंदिर समिति की ओर से आयोजित भव्य जलाभिषेक यात्रा ने एक बार फिर आस्था, भक्ति और एकता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। सुल्तानगंज की उत्तरवाहिनी गंगा से लाया गया पवित्र गंगाजल लेकर हजारों श्रद्धालुओं ने सूर्यधाम शिवालय में जलाभिषेक किया।
यात्रा की शुरुआत बारीडीह हरि मंदिर मैदान से हुई, जहां 11 पंडितों की मंडली ने विधिपूर्वक गंगाजल पर पूजन कर श्रद्धालुओं को संकल्प दिलाया। हाथों में केसरिया ध्वज, सिर पर गंगाजल कलश और तन पर गेरुआ वस्त्र धारण किए श्रद्धालुओं ने घोड़े, बैंड-बाजा, पुष्पवर्षा और भक्ति संगीत के बीच जब “बोल बम” के जयकारे लगाए तो पूरा इलाका भक्तिरस में डूब गया।
पैदल नंगे पांव चले पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास
इस ऐतिहासिक यात्रा में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सूर्य मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक रघुवर दास ने भी नंगे पांव पदयात्रा कर सूर्यधाम पहुंचकर जलाभिषेक किया। उन्होंने कहा कि “आज का दिन श्रद्धा और ऊर्जा से भरा रहा। यह दृश्य अध्यात्म और सामाजिक एकता का अद्भुत संगम है।”
भव्य झांकियां, पुष्पवर्षा और भक्ति संगीत ने बांधा समां
यात्रा में शिव पार्वती की झांकी, डमरू दल, भजन मंडली, और शंख-घंट-डमरू की ध्वनि के बीच भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था। सड़क किनारे लगाई गई पंखों और शीतल पेय की व्यवस्था, सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग, और 200 सूर्यधाम सेवकों के साथ पुलिस बल की तैनाती ने व्यवस्थाओं को और भी सराहनीय बना दिया।
25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किया प्रसाद ग्रहण
जलाभिषेक के बाद सोन मंडप परिसर में भव्य भंडारा का आयोजन हुआ, जिसमें 25,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने खिचड़ी, सब्जी और खीर का प्रसाद ग्रहण किया। 20 काउंटर पर प्रसाद और 15 काउंटर पर पेयजल, महिलाओं के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था रही।
पूर्व सीएम का लौहनगरी की जनता और नारी शक्ति को विशेष धन्यवाद
पूर्व मुख्यमंत्री ने “लौहनगरी की धर्मप्रेमी जनता और देवी स्वरूपा नारी शक्ति” को इस आयोजन की सफलता के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि “हर साल बढ़ती आस्था इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाती है। सूर्य मंदिर समिति की यह पहल उन भक्तों के लिए बहुत बड़ा अवसर है जो सुल्तानगंज जाकर जल नहीं चढ़ा पाते।”
समिति और कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका
आयोजन को सफल बनाने में सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, महासचिव अखिलेश चौधरी, अमरजीत सिंह राजा, रूबी झा, प्रमोद मिश्रा, कृष्णमोहन सिंह, कंचन दत्ता, पप्पू उपाध्याय, संतोष ठाकुर, सुधा यादव, प्रभा देवी, मीरा झा, सुनीता यादव, हेमा साहू समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सराहनीय योगदान दिया।
