सैकड़ों लोगों ने निकाली रैली, उपायुक्त कार्यालय में सौंपा ज्ञापन
Jamshedpur : झारखंड में शौण्डिक (सूढ़ि) समाज के लोगों ने अपनी जाति प्रमाण पत्र से जुड़ी समस्याओं और अनुसूचित जाति (SC) में शामिल किए जाने की मांग को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया। समाज के सैकड़ों लोग नंदलाल साहू के नेतृत्व में साकची रेड क्रॉस भवन से जिला उपायुक्त कार्यालय तक एक विशाल रैली निकालते हुए पहुंचे।
लोगों के हाथों में न्याय और अधिकार की मांग से जुड़े नारे लिखे तख्तियां थीं, जिनके साथ वे जोरदार नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया में संशोधन और पश्चिम बंगाल की तर्ज पर झारखंड में भी सूढ़ि समाज को अनुसूचित जाति (SC) का दर्जा देने की मांग उठाई।
महामहिम राज्यपाल को भेजा गया ज्ञापन
जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल के माध्यम से समाज के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को तीन सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। इस ज्ञापन में मुख्य रूप से तीन मांगें थीं:
1. जाति प्रमाण पत्र प्रक्रिया में संशोधन
2. झारखंड में सूढ़ि समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करना
3. जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया को सरल और सुगम बनाना
“75 साल से स्थायी निवासी, फिर भी जाति प्रमाण पत्र से वंचित” – नंदलाल साहू
सूढ़ि समाज के प्रमुख नेता नंदलाल साहू ने कहा कि झारखंड में उनके समाज के लोग 75-80 वर्षों से स्थायी रूप से रह रहे हैं, लेकिन फिर भी जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा।
> “हमारे लोग टिस्को और टेल्को जैसी कंपनियों में वर्षों से काम कर रहे हैं। दूसरी और तीसरी पीढ़ी तक नौकरी कर रही है, लेकिन खातियानी जमीन न होने के कारण जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा। इस वजह से हमारे समाज के लोग शिक्षा और सरकारी नौकरियों के अवसरों से वंचित रह जाते हैं।” – नंदलाल साहू
विधानसभा में उठेगा मुद्दा, आंदोलन को लेकर दी चेतावनी
पंचायत समिति सदस्य सुनील गुप्ता ने कहा कि विधायिका पूर्णिमा साहू से मिलकर इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इस पर तत्काल कोई निर्णय नहीं लिया, तो समाज के लोग सड़क से लेकर सदन तक उग्र आंदोलन करेंगे।
“सरकार का सौतेला व्यवहार बर्दाश्त नहीं” – अमित साहू और विकास दास
समाज के प्रतिनिधि अमित साहू और विकास दास ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा:
> “झारखंड सरकार का यह सौतेलापन अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुईं तो बड़े स्तर पर उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूरी जवाबदेही प्रशासन की होगी।”
समाज के प्रमुख लोग रहे मौजूद
इस प्रदर्शन में समाज के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें नंदलाल साहू, सुनील गुप्ता, शकुंतला देवी, अमित साहू, विकास दास, प्रभाकर साहू, रमेश प्रसाद, ओम प्रकाश, प्रदीप गुप्ता, सनत मंडल, रणजीत साहू, कार्तिक लाल, प्रेम कुमार, रंजन प्रसाद, दीपक साहू, राजू प्रसाद, शिशिर कुमार, मोहन साहू, बलविंदर कुमार, मनोहर प्रसाद, भगवान साहू, सूरज प्रसाद साह, बिरजू प्रसाद, राम जी प्रसाद, अजय कुमार, कार्तिक मंडल, लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता, सुरेंद्र प्रसाद, नरेश प्रसाद, रितेश कुमार, मनोज कुमार साह और अशोक साहू शामिल थे।
