जमशेदपुर। सोनारी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर स्थानीय लोगों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। क्षेत्र के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, अधिवक्ता एवं सोनारी थाना शांति समिति के सचिव सुधीर कुमार पप्पू ने जिला प्रशासन, जुस्को और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे जल्द से जल्द सोनारी की ज्वलंत समस्याओं का समाधान करें।पप्पू ने बताया कि पिछले वर्ष 29 सितंबर 2024 को सोनारी बाजार एरोड्रम दुर्गा पूजा समिति द्वारा जिला प्रशासन और जुस्को को पत्राचार कर समस्याओं से अवगत कराया गया था, लेकिन अब तक किसी भी समस्या का निवारण नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकारी सोनारी की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं हैं और लाचार नजर आ रहे हैं।
इस वर्ष भी 31 जुलाई 2025 को उन्होंने माननीय उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, यातायात पुलिस उपाधीक्षक, जुस्को पदाधिकारी, जीएनएससी, सोनारी थाना प्रभारी और स्थानीय विधायक को आवेदन देकर समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया है।
सोनारी की प्रमुख समस्याएँ
- एरोड्रम बाजार का समतलीकरण और पेवर ब्लॉक बिछाने की मांग।
- बाजार में लगे तीनों लोहे के गेट की मरम्मत।
- चारदीवारी की जर्जर स्थिति सुधारने की आवश्यकता।
- मुख्य सड़क का चौड़ीकरण और अतिक्रमण हटाकर यातायात सुगम बनाना।
- बाजार को स्थायी रूप से नया लाइन में स्थानांतरित कर मंदिर प्रांगण में महिलाओं और बुजुर्गों के लिए बैठने की व्यवस्था।
- बाजार परिसर में हाईमास्ट लाइट लगाने की मांग, ताकि नशाखोरी और अड्डाबाजी पर रोक लग सके।
- शौचालय की सख्त आवश्यकता।
- दबंग सब्जी विक्रेताओं द्वारा अवैध अतिक्रमण और कारोबार पर रोक।
- गरीब ग्रामीण सब्जी विक्रेताओं से अपराधियों और नशेड़ियों द्वारा की जा रही अवैध वसूली पर रोक।
- सोनारी क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत।
दुर्गा पूजा से पहले समाधान की मांग
सुधीर कुमार पप्पू ने कहा कि दुर्गा पूजा के अवसर पर सोनारी में लाखों की भीड़ जुटती है। ऐसे में यदि इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो आम जनता को काफी परेशानी होगी। उन्होंने जिला प्रशासन और जुस्को से विशेष आग्रह किया कि इन समस्याओं को प्राथमिकता देते हुए दुर्गा पूजा से पहले निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
प्रशासन से नाराजगी
स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन और जुस्को पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि शहर के अन्य इलाकों की तुलना में सोनारी क्षेत्र की समस्याओं की ओर कभी गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जाता। यही कारण है कि मूलभूत सुविधाओं की कमी हमेशा बनी रहती है।