गुरुद्वारे पर हमले को लेकर सतनाम सिंह गंभीर ने की कड़ी निंदा, शहीदों को विशेष सम्मान देने की माँग

जमशेदपुर: ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISSF) के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने पाकिस्तान द्वारा पुंछ सीमा पर की गई गोलीबारी में तीन भारतीय नागरिकों—भाई अमरीक सिंह रागी, पूर्व सैनिक अमरजीत सिंह और दुकानदार रणजीत सिंह—की शहादत पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा की है और पाकिस्तान की सेना द्वारा एक गुरुद्वारा साहिब को निशाना बनाए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की है।

सतनाम सिंह ने कहा, “गुरुद्वारे जैसे पवित्र स्थल को नुकसान पहुँचाना एक निंदनीय और कार्यरतापूर्ण कृत्य है। यह हमला न सिर्फ मानवता के खिलाफ है, बल्कि धार्मिक भावनाओं पर भी सीधा आघात है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि भारत सरकार इस हमले का माकूल जवाब देगी और शहीदों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।”

उन्होंने केंद्र सरकार से माँग की कि इस हमले में शहीद हुए नागरिकों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ विशेष सम्मान भी प्रदान किया जाए। गंभीर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को इस बार उचित सबक सिखाना आवश्यक है ताकि वह भविष्य में भारत की शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश से पहले सौ बार सोचे।

सतनाम सिंह गंभीर के अनुसार, “भारत की जनता और सिख समुदाय इस हमले को कभी नहीं भूलेगा। सरकार को अब निर्णायक कदम उठाने की आवश्यकता है।”