साकची थाना घेराव मामले में जन सुविधा मंच के सभी 18 सदस्यों को अग्रिम जमानत, न्यायालय के फैसले से राहत

SHARE:

जनहित के मुद्दों पर हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन को लेकर दर्ज मामले में कोर्ट ने मानाकोई सीधा अपराध प्रमाणित नहीं

जमशेदपुर, 9 जुलाई 2025:
बीते 12 जून को साकची थाना के समक्ष जन सुविधा मंच द्वारा किए गए शांतिपूर्ण प्रदर्शन के मामले में जमशेदपुर न्यायालय से राहत भरी खबर आई है। एडीजे-5 मंजू कुमारी की अदालत ने मंगलवार को इस मामले में शामिल जन सुविधा मंच के सभी 18 सदस्यों को अग्रिम जमानत प्रदान की।गौरतलब है कि जन सुविधा मंच ने साकची थाना क्षेत्र में बढ़ती अवैध गतिविधियों, नशाखोरी, अतिक्रमण और आपराधिक घटनाओं के विरोध में प्रदर्शन किया था। इस दौरान मंच के सदस्यों ने थाना परिसर के बाहर ही शांतिपूर्ण तरीके से तिरंगा झंडा लेकर विरोध जताया था। इसके बावजूद साकची थाना प्रभारी आनंद मिश्रा ने भाजपा नेता अमित अग्रवाल सहित 18 लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज कर दिया था।

कोर्ट ने सभी को दी अग्रिम जमानत

मंगलवार को हुई सुनवाई में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता प्रकाश झा ने कोर्ट में दलील पेश करते हुए कहा कि:

प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण था। ना कोई सड़क जाम हुआ, ना कोई थाना परिसर में घुसा और ना ही किसी के पास कोई हथियार था। ऐसे में एफआईआर निराधार है और सिर्फ राजनीतिक दुर्भावना के तहत दर्ज की गई है।

कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद पाया कि प्रथम दृष्टया कोई ऐसा साक्ष्य नहीं है जो अभियुक्तों द्वारा किसी भी प्रकार का हिंसात्मक या गैरकानूनी कृत्य दर्शाता हो। इसके आधार पर कोर्ट ने अमित अग्रवाल, कंचन दत्ता, राहुल कुमार, सौरभ कर्मकार, अभिषेक श्रीवास्तव, शशांक शेखर, प्रकाश दुबे, पृत्वी पाल सिंह, संतोष कुमार सिंह, रितेश झा, सौरव कुमार, सुमित श्रीवास्तव, कौस्तव रॉय, नवजोत सिंह सोहेल, अमित सिंह, दिलीप पासवान, राकेश कुमार और आशीष अग्रवाल को अग्रिम जमानत दे दी।

“न्याय की जीत, जनहित में संघर्ष जारी रहेगा” – अमित अग्रवाल

जन सुविधा मंच के प्रमुख और भाजपा नेता अमित अग्रवाल ने कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

यह न्याय की जीत है। हमारे आंदोलन का उद्देश्य समाज को अवैध धंधों से मुक्त कराना था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे आंदोलन को दबाने के लिए केस दर्ज किए गए। हम लोकतंत्र और संविधान में आस्था रखते हैं और हमारा संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिना आधार के केस दर्ज कर जन आवाज को कुचलने का प्रयास किया, लेकिन न्यायालय ने सच का साथ दिया।

प्रदर्शन की पृष्ठभूमि

12 जून को जन सुविधा मंच ने साकची थाना के समक्ष बढ़ती अनैतिक गतिविधियों, शराब की अवैध बिक्री, नशाखोरी, छिनतई और आपराधिक घटनाओं के विरोध में प्रदर्शन किया था। मंच का आरोप था कि स्थानीय प्रशासन और थाना मौन धारण किए हुए हैं, जिससे आम जनता का जीवन संकट में है।

और पढ़ें