सदर अस्पताल में भर्ती रामपुर दियारा निवासी युवती को गोद में टांगकर इधर उधर इलाज कराते नजर आए परिजन, नहीं मिली स्ट्रेचर व व्हील चेयर की सुविधा

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साहिबगंज: जिला मुख्यालय के सबसे बड़े सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों को सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर लगातार सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान व उपाधीक्षक डॉ. देवेश कुमार निरीक्षण करते नजर आ रहे हैं। जहां निरीक्षण के दौरान दोनों वरीय अधिकारियों के द्वारा ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों को कई तरह के आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए जा रहे हैं मगर इन दिशा निर्देशों का पालन कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नहीं कर रहे हैं। जहां बुधवार दोपहर लगभग पौने तीन बजे रामपुर दियारा निवासी युवती बबीता कुमारी उम्र 19 वर्ष पिता तापसी सिंह को सांस लेने की तफ़लीफ के बाद परिजन सदर अस्पताल में भर्ती कराए थे। जहां सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने युवती को कई तरह के जांच कराने का निर्देश दिया था। उधर बुधवार को परिजन युवती को गोद में टांगकर इधर उधर इलाज कराते हुए नजर आए जहां परिजन युवती को बेड नंबर 15 से अपने गोद में उठाकर एक्सरे रुम ले गए जहां एक्सरे होने के बाद फिर उसे बेड पर लाकर लिटा दिए। इसके बाद फिर परिजन फिर से युवती को गोद में उठाकर इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक को दिखाने के लिए लेकर गए लेकिन फिर भी इन सभी चीजों को देखने वाला कोई भी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं था। उधर मामले को लेकर जब युवती के परिजनों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में न तो स्ट्रेचर की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और न ही व्हील चेयर की ऐसे में उसने अपने मरीज को गोद में टांगकर इधर उधर इलाज करवाने को मजबूर हैं। उधर इस मामले को लेकर जब सिविल सर्जन डॉ. रामदेव पासवान से टेलीफोन पर बात करते हुए मामले की जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी जहां किन परिस्थितियों में भर्ती युवती मरीज को स्ट्रेचर या व्हील चेयर क्यों नहीं उपलब्ध कराया गया है यह जांच का विषय है।

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