आर.वी.एस. एकेडमी में “रक्षा सूत्र – हमारे वीरों को एक सलाम” कार्यक्रम आयोजित, छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति और समर्पण से मनाया रक्षाबंधन

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Jamshedpur : रक्षाबंधन के पावन अवसर पर आर.वी.एस. एकेडमी, जमशेदपुर में देशभक्ति और संवेदना से ओतप्रोत एक अनूठा कार्यक्रम “रक्षा सूत्र – हमारे वीरों को एक सलाम” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम ने भाई-बहन के पारंपरिक पर्व को एक नई दिशा देते हुए, उसे भारतीय सुरक्षाबलों के प्रति सम्मान व कृतज्ञता की भावना से जोड़ा।

देशभक्ति के भाव से गूंजा स्कूल परिसर

कार्यक्रम की शुरुआत 106 रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) बटालियन के वीर अधिकारियों – निरीक्षक श्री दीप नारायण, श्री अनु कुमार सिंह एवं उनकी टीम के स्वागत से हुई। छात्रों ने तिरंगा, बैनर और जयघोष के साथ जवानों का आत्मीय अभिनंदन किया, जिससे पूरा परिसर देशभक्ति के रंग में रंग गया।

प्रकृति और शांति का प्रतीक बना शुभारंभ

समारोह का उद्घाटन पौधारोपण के माध्यम से हुआ – जीवन, हरियाली और शांति का प्रतीक। इस अवसर पर Chairman श्री बिंदा सिंह, Secretary श्री भरत सिंह, Principal श्रीमती वीशा मोहिन्द्रा, Vice Principal श्रीमती पूजा सुमन समेत शिक्षकगण, कोऑर्डिनेटर्स और सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।



भावनात्मक प्रस्तुतियों से जुड़ा रक्षा पर्व देशसेवा से

छात्रों द्वारा प्रस्तुत प्रेरणात्मक कहानी “A Smile”, देशभक्ति पर आधारित नाट्य प्रस्तुति और गीतों ने माहौल को भावविभोर कर दिया। इन प्रस्तुतियों ने रक्षाबंधन के पारंपरिक भाव को सैनिकों की सेवा भावना से जोड़ते हुए, छात्रों को नई सोच और समझ से अवगत कराया।

रक्षा सूत्र से बंधी वीरता की कलाई

कार्यक्रम का सबसे हृदयस्पर्शी क्षण तब आया, जब छात्राओं ने RAF जवानों की कलाइयों पर राखी बांधी। यह केवल रस्म नहीं थी, बल्कि राष्ट्रप्रेम और कृतज्ञता का जीवंत प्रतीक बन गई।

नेतृत्वकर्ताओं के प्रेरक संदेश

श्री बिंदा सिंह ने कहा, “सैनिकों की कलाई पर बंधी राखियां सिर्फ धागे नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र का विश्वास हैं। यह आयोजन विद्यार्थियों को मानवीय मूल्यों और देशभक्ति से जोड़ता है।”
वहीं श्री भरत सिंह ने युवाओं को सैन्य सेवा को गर्वपूर्ण करियर के रूप में देखने की प्रेरणा दी और कहा, “देश की सुरक्षा में युवाओं की भागीदारी सबसे बड़ी देशसेवा है।”

समापन राष्ट्रगान और मिठास के साथ

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और RAF जवानों द्वारा वितरित मिठाइयों और केक के साथ हुआ। इस अवसर पर स्कूल परिसर में राष्ट्र के प्रति सम्मान, गर्व और समर्पण की भावना स्पष्ट रूप से महसूस की गई।

यह आयोजन छात्रों के लिए केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक सीख बनकर उभरा — एक ऐसा रक्षा सूत्र, जो केवल कलाई नहीं, बल्कि दिलों को जोड़ता है।

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