Aditypur :
रामकृष्ण फोर्जिंग्स लिमिटेड (आरकेएफएल) के आदित्यपुर व गम्हरिया स्थित प्लांटों में कार्यरत हजारों मजदूरों में वेतन कटौती को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। मजदूरों का आरोप है कि प्रबंधन द्वारा ‘डिफेक्टिव प्रोडक्ट’ के नाम पर उनके मासिक वेतन से मनमाने ढंग से कटौती की जा रही है, जो कि पूरी तरह से अवैध है।
मजदूर संगठनों ने इसे श्रम कानूनों और कंपनी के स्टैंडिंग ऑर्डर का घोर उल्लंघन करार देते हुए कहा कि बिना किसी विभागीय जांच और दोष निर्धारण के मजदूरों के मेहनताने से राशि काटना अमानवीय और असंवैधानिक है।
श्रम कानूनों के जानकारों का कहना है कि उत्पाद की गुणवत्ता से संबंधित हानि की जिम्मेदारी सीधे मजदूरों पर थोपना “अवैध श्रम प्रथा” की श्रेणी में आता है। यह न केवल अनुचित है, बल्कि सुप्रीम कोर्ट की कई व्याख्याओं के भी खिलाफ है।
मजदूरों का कहना है कि वे पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं, ऊपर से वेतन कटौती ने उनके घर चलाना मुश्किल कर दिया है। इस पर नाराज मजदूरों ने श्रम विभाग से न्याय की गुहार लगाई है और आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द हस्तक्षेप नहीं हुआ, तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।
श्रम अधीक्षक ने लिया संज्ञान
मजदूर संगठनों की लिखित शिकायत के बाद श्रम अधीक्षक ने मामले में संज्ञान लेते हुए कंपनी प्रबंधन को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। प्रबंधन को 24 जून तक जवाब देने का निर्देश दिया गया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ, तो कानूनी कार्रवाई की बात कही जा रही है।
मांगें और चेतावनी
मजदूर संगठनों ने राज्य सरकार, श्रम विभाग और जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर वेतन कटौती बंद कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि न्याय नहीं मिला तो वे चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे।