जमशेदपुर, 16 जुलाई 2025:
अखिल भारतीय तैलिक साहू महासभा के जिला अध्यक्ष राकेश साहू ने एक बार फिर समाज के भीतर गहराते विवादों को लेकर बड़ा कदम उठाने का एलान किया है। बुधवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने मनोज गुप्ता पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, संगठन विरोधी गतिविधियों और समाज को गुमराह करने के प्रयासों का आरोप लगाते हुए कहा कि वह आगामी सोमवार को इस मामले को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
राकेश साहू ने जानकारी दी कि 9 अप्रैल 2022 को मनोज गुप्ता को संगठन से निष्कासित कर दिया गया था। निष्कासन के पीछे गुप्ता की निष्क्रियता, समाज के कार्यों में पारदर्शिता की कमी और 10,000 से 15,000 रुपये तक के गबन के आरोप थे। इसके बावजूद मनोज गुप्ता ने रामगढ़ जिले के 2019 के पंजीकरण नंबर का उपयोग करते हुए जमशेदपुर में एक समानांतर संगठन खड़ा कर लिया। उन्होंने दावा किया कि इस संगठन के माध्यम से गुप्ता ने समाज के लोगों से अवैध रूप से चंदा वसूला।
साहू ने इसे “पूर्वनियोजित साजिश” करार दिया, जिसका उद्देश्य समाज के भीतर भ्रम फैलाना और उनकी व्यक्तिगत छवि को धूमिल करना था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों में मनोज गुप्ता ने 20 से 25 लाख रुपये तक की राशि चंदा के रूप में इकट्ठा की, जिसे उन्होंने अपने निजी कार्यों में खर्च किया।इतना ही नहीं, राकेश साहू ने मनोज गुप्ता पर सामाजिक कार्यक्रमों के दौरान शराब के नशे में गाली-गलौज करने और समाज विरोधी व्यवहार अपनाने के भी आरोप लगाए। उनके अनुसार, इन्हीं कारणों से गुप्ता को पहले ही सामाजिक रूप से बहिष्कृत किया जा चुका है।
कानूनी लड़ाई का ऐलान
राकेश साहू ने स्पष्ट किया कि वह अब इस मामले को न्यायपालिका के सामने रखेंगे। उन्होंने कहा, “समाज के साथ जो अन्याय हो रहा है, उसे अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैं सोमवार को कोर्ट में याचिका दाखिल करूंगा ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो सके और समाज में पारदर्शिता और विश्वास को पुनः स्थापित किया जा सके।“इस घटनाक्रम से तैलिक साहू समाज में हलचल तेज हो गई है। समाज के वरिष्ठ जन और सदस्य इस विवाद पर नजर बनाए हुए हैं, और सभी की निगाहें अब अदालत के फैसले पर टिकी होंगी।