सैन्य मातृशक्ति द्वारा ‘मिलन सह सावन महोत्सव’ का भव्य आयोजन, झूम उठीं पूर्व सैनिकों की महिलाएं

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जमशेदपुर | 19 जुलाई 2025

जमशेदपुर में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद की महिला इकाई सैन्य मातृशक्ति के तत्वावधान में सावन के पावन अवसर पर ‘मिलन सह सावन महोत्सव’ का रंगारंग आयोजन किया गया। यह आयोजन साकची स्थित के-79 रेस्टोरेंट के साक् हावड़ा ब्रिज सभागार में संपन्न हुआ, जहां पूर्व सैनिकों की पत्नियों और महिलाओं ने पारंपरिक हरे परिधानों में सज-धजकर उत्सव में भाग लिया और सावन का स्वागत सांस्कृतिक रंगों के साथ किया।

कार्यक्रम की भव्य शुरुआत और उद्देश्य

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों और सैन्य मातृशक्ति की सदस्यों द्वारा भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके पश्चात संगठन से जुड़ी नई महिलाओं का स्वागत और अभिनंदन किया गया।

संगठन की अध्यक्ष श्रीमती रूबी सिंह ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए इसकी रूपरेखा और उद्देश्य साझा किए। वहीं श्रीमती विनीता ने विषय प्रवेश के दौरान कहा कि आधुनिकता और सैन्य मूल्य यदि सामंजस्य के साथ समाज में प्रवाहित हों, तो यह भावी पीढ़ी के लिए एक सशक्त आधार तैयार कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह मातृशक्ति का दायित्व है कि नागरिक परिवेश में भी बच्चों और समाज के बीच सैनिक संस्कारों का प्रचार-प्रसार किया जाए।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन

कार्यक्रम की मुख्य विशेषता रही महिलाओं द्वारा प्रस्तुत शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम। महिलाओं ने मेहंदी रचाई, सावन के गीतों पर समूह नृत्य किया और पारंपरिक गीतों के साथ वातावरण को उल्लास से भर दिया।

  • सबसे पहले नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें महिलाओं ने उत्साह से भाग लिया।
  • इसके बाद मेहंदी प्रतियोगिता और फिर सावन क्वीन प्रतियोगिता में भी शानदार भागीदारी देखी गई।
  • सावन क्वीन का चयन निर्णायकों द्वारा किया गया।

मुख्य अतिथि और निर्णायक के रूप में श्रीमती पूर्वी घोष (सामाजिक कार्यकर्ता) एवं श्रीमती वीणा पांडे (साहित्य मंच) ने प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका निभाई और विजेताओं को पुरस्कृत किया।

सैन्य संस्कारों से नागरिक समाज को जोड़ने का प्रयास

कार्यक्रम के दौरान श्रीमती अनुपम सिंह ने कहा कि “सावन का महीना प्रकृति से जुड़ने का अवसर होता है और भारतीय संस्कृति में इसका विशेष स्थान है। इस प्रकार के आयोजन जनमानस में नई ऊर्जा और संस्कारों का संचार करते हैं।”

उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था –

  • संगठन की पुरानी और नई सदस्यों का परस्पर परिचय,
  • सैन्य संस्कारों और मूल्यों को नागरिक समाज तक पहुँचाना,
  • और भारत की परंपराओं, तीज-त्योहारों को घर-घर पहुँचाकर उनकी महत्ता से लोगों को जागरूक करना।

सम्मान और सहभागिता

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती रीना सिंह ने किया। उन्होंने सभी उपस्थित महिलाओं, निर्णायकों, सहयोगियों और आयोजकों का आभार प्रकट किया।इस उत्सव में करीब 70 से अधिक महिलाएं शामिल हुईं, जिनमें प्रमुख नाम :
अर्चना शर्मा, अनुपम सिंह, स्वेता, पूनम, शर्मिला, सुनीता, सविंदर कौर, सावित्री, आरती देवी, रेखा, राधिका, सरिता, श्वेता सिंह, स्वाति, मीना सिंह, सरोज सिंह, रीना मिश्रा, उर्मिला, संगीता, शमिता देवी, कंचन सिंह, नीता शर्मा, सुमन, पूजा सिन्हा और रूबी सिंह आदि।