मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं विधायक कल्पना सोरेन से की मुलाकात, शोक संवेदना व्यक्त कर दिया ढांढस
जमशेदपुर। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, राज्यसभा सांसद एवं राज्य आंदोलन के अग्रणी नेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के दिल्ली में निधन के पश्चात रविवार को उनके पैतृक गाँव नेमरा (रामगढ़) में अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। प्रदेशभर से जनप्रतिनिधि, समर्थक और शुभचिंतक वहाँ पहुँचकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
इसी क्रम में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा की विधायक पूर्णिमा साहू भी अपने पति व समाजसेवी ललित दास के साथ नेमरा पहुँचीं। उन्होंने स्व. शिबू सोरेन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। विधायक साहू ने शिबू सोरेन को झारखंड के राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में अमिट छाप छोड़ने वाला प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि उनकी सादगी, जनसेवा और संघर्ष की भावना सदैव प्रेरणा देती रहेगी।
श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विधायक साहू ने वहाँ श्राद्धकर्म में व्यस्त मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं उनकी धर्मपत्नी विधायक कल्पना सोरेन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा झारखंड परिवार इस दुख की घड़ी में आपके साथ खड़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्री दंपति को ढांढस बंधाया और इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा कि दिशोम गुरु का जीवन संघर्ष, सेवा और त्याग का प्रतीक था। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा गरीबों, वंचितों और आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए आवाज उठाई। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, कार्यकर्ता और समाजसेवी उपस्थित रहे। नेमरा गाँव में पूरे दिन श्रद्धांजलि देने वालों का ताँता लगा रहा।