Jamshedpur : पोटका विधायक संजीव सरदार ने रविवार को पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल से मुलाकात कर क्षेत्र की दो प्रमुख समस्याओं—गर्मी के मौसम में पेयजल संकट और भूमि अधिग्रहण के मुआवजे में देरी—पर चर्चा की। उपायुक्त ने इन मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र समाधान का भरोसा दिया है।
पेयजल संकट पर विधायक की पहल
विधायक संजीव सरदार ने बताया कि जमशेदपुर प्रखंड के पश्चिम किताडीह, उत्तरी किताडीह, पूर्वी किताडीह, बागबेड़ा कॉलोनी, करनडीह, घाघीडीह, पुडीहासा, ब्यांगबिल और केरुवाडूंगरी पंचायतों में गर्मी के महीनों में पेयजल की किल्लत बढ़ जाती है। उन्होंने अपनी विधायक निधि से पांच टैंकर उपलब्ध कराए हैं, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए कम से कम 10 और टैंकरों की जरूरत है। इस पर उपायुक्त ने आश्वासन दिया कि अतिरिक्त टैंकरों की व्यवस्था तुरंत की जाएगी और जल आपूर्ति को नियमित बनाया जाएगा।
रैयतदारों को मिलेगा भूमि अधिग्रहण का मुआवजा
पथ निर्माण विभाग द्वारा पोटका और डुमरिया प्रखंड में सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि के मुआवजे का भुगतान अब तक रैयतदारों को नहीं किया गया है। इसमें पिछली से शंकरदा होते हुए सुंदरनगर-जादूगोड़ा मुख्य पथ, बानाडूंगरी-दामूडीह चौक, लोवाडीह, चेमाईजुड़ी, धिरोल, बांगो और मेसोगोड़ा होते हुए हाता-जादूगोड़ा मुख्य पथ तक के चौड़ीकरण और पुनर्निर्माण कार्य शामिल हैं। विधायक ने बताया कि अधिकांश कार्य पूरे हो चुके हैं, लेकिन मुआवजा न मिलने से रैयतदारों में असंतोष है। अंचलाधिकारी, पोटका द्वारा भूमि सत्यापन रिपोर्ट जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को भेज दी गई है। उपायुक्त ने भू-अर्जन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि मुआवजा प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए।
जनता के हित में निरंतर प्रयास
विधायक संजीव सरदार ने कहा, “जनता की समस्याओं का समाधान मेरी प्राथमिकता है। उपायुक्त ने दोनों मामलों में जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है और मैं व्यक्तिगत रूप से इस प्रक्रिया की निगरानी करता रहूंगा।”
