नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव में कहा कि भारत की गवर्नेंस और नीति-निर्माण को वैश्विक मानकों के साथ जोड़ना समय की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जब नीति-निर्माता, नौकरशाह और उद्यमी अपने निर्णय वैश्विक बेंचमार्क के अनुसार लेंगे, तभी देश वर्ल्ड-क्लास स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकेगा।
‘विकसित भारत’ के लक्ष्य पर जोर
प्रधानमंत्री ने भारत के विकास के लक्ष्य पर जोर देते हुए कहा कि देश को हर क्षेत्र में श्रेष्ठता हासिल करनी होगी। उन्होंने कहा:
“अगर हमें ‘विकसित भारत’ बनाना है, तो हमें सभी क्षेत्रों में प्रगति करनी होगी। हमें सिर्फ श्रेष्ठता की आकांक्षा ही नहीं रखनी है, बल्कि उसे हासिल भी करना होगा।”
गवर्नेंस और लीडरशिप में नवाचार का मंच
SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव का उद्देश्य लीडरशिप, गवर्नेंस और नीति-निर्माण में नए विचारों और नवाचारों को प्रोत्साहित करना है। प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण को विशेषज्ञों और उद्यमियों ने दूरगामी दृष्टिकोण के रूप में देखा है, जो भारत को वैश्विक मंच पर अग्रणी बनाने में सहायक होगा।