Chandil : चांडिल अनुमंडल अंतर्गत कुकरू प्रखंड के परगामा पंचायत भवन की हालत इन दिनों भयावह और खतरनाक हो चुकी है। भवन की ऊपरी मंजिल की छत जगह-जगह से ढहने लगी है, वहीं दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें साफ देखी जा सकती हैं। बरसात के मौसम में कमरों में लगातार पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे शॉर्ट सर्किट जैसी अप्रिय घटनाओं की आशंका बनी हुई है।
स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीणों के अनुसार, भवन की स्थिति अब इतनी खराब हो चुकी है कि उसमें बैठकर कार्य करना जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है। मुखिया लाल मांझी ने बताया कि भवन की जर्जरता के कारण आय, जाति, आवासीय, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, मनरेगा समिति की बैठकें, और अन्य सरकारी योजनाओं का संचालन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
मुखिया ने बताया कि संबंधित विभाग से कई बार मरम्मती की मांग की जा चुकी है, लेकिन अब तक न कोई निरीक्षण हुआ है और न ही किसी प्रकार का कार्य प्रारंभ किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि नए भवन निर्माण का प्रस्ताव भी दिया गया था, लेकिन वह भी फाइलों में दबकर रह गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र कोई उपाय नहीं किया गया, तो यह भवन कभी भी बड़ा हादसा का कारण बन सकता है। वहीं, पंचायत भवन के माध्यम से संचालित राज्य सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाएं बाधित हो रही हैं, जिससे आम जनता को समय पर लाभ नहीं मिल पा रहा।
स्थानीय लोगों और पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशासन से मांग की है कि तुरंत मरम्मत या नए भवन निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं, जिससे कामकाज सुचारू रूप से जारी रह सके और लोगों को सुरक्षित वातावरण में सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
