आदित्यपुर, 30 जुलाई 2025 —
हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन द्वारा संचालित “निर्वाण-1” शेल्टर होम में आज एक और मानवीय अध्याय जुड़ा। 70 वर्षीय श्री हरिनारायण कुंडू का संस्थान में ससम्मान एवं स्नेहपूर्वक स्वागत किया गया। श्री कुंडू कभी पूरी के एक प्रसिद्ध मठ में भोग बनाने का कार्य करते थे, लेकिन समय की मार ने उन्हें आश्रयविहीन बना दिया था।
अब वे निर्वाण-1 के पाँचवें वरिष्ठ नागरिक हैं, जिन्हें संस्था ने अपनाया है। उनका आगमन केवल रहने की जगह नहीं, बल्कि समाज में बुजुर्गों की गरिमा और आत्मसम्मान की पुनर्स्थापना की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।
संवेदनशीलता की मिसाल
श्री कुंडू को शेल्टर होम में लाने का कार्य एक भावनात्मक और सामाजिक बदलाव की ओर इशारा करता है — एक ऐसा समाज, जहाँ बुजुर्गों को सिर्फ आश्रय ही नहीं, सम्मान, अपनापन और सुरक्षा भी दी जाती है।
इस पुनीत प्रयास में शेल्टर प्रभारी सुश्री सुष्मिता सरकार और ह्यूमन राइट्स संस्था के श्री पी. के. दास ने अत्यंत समर्पण के साथ योगदान दिया। हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन ने दोनों के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की है।
सामाजिक बदलाव की दिशा में प्रेरणास्रोत
निर्वाण-1 की यह पहल केवल सेवा कार्य नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक जागरण का प्रतीक बन रही है। यह उस सोच को मजबूत करती है जिसमें बुजुर्गों को अकेलापन नहीं, स्नेह और गरिमा से परिपूर्ण जीवन मिल सके।
हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन ने यह संदेश दिया है कि जब समाज बुजुर्गों को अपनाता है, तभी वह वास्तव में संवेदनशील और विकसित कहलाता है।
