Jamshedpur : झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा, साक्षरता एवं निबंधन मंत्री रामदास सोरेन ने शुक्रवार को पटमदा प्रखंड अंतर्गत बेलटांड डाक बंगला परिसर में माझी परगना महल बाहा दिसोम द्वारा आयोजित एक दिवसीय सामाजिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।

मंत्री के आगमन पर पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच नृत्य प्रस्तुत कर उनका भव्य स्वागत किया। माला और पगड़ी पहनाकर उन्हें सम्मानित किया गया। दीप प्रज्वलित कर मंत्री ने कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन किया।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री सोरेन ने कहा कि पारंपरिक संस्थाएं समाज की आत्मा हैं। उन्होंने माझी परगना महल की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्था जनजातीय संस्कृति के संरक्षण, सामाजिक एकता और युवाओं में जागरूकता लाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

मंत्री ने कहा कि झारखंड की संस्कृति ही हमारी असली पहचान है और इसे बचाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि झारखंड सरकार सभी वर्गों की संस्कृति, परंपरा और अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्पित है।

इस मौके पर मंत्री ने स्कूली शिक्षा की स्थिति पर भी ग्रामीणों से फीडबैक लिया और शिक्षा में सुधार के लिए प्रयासों की जानकारी दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में माझी बाबा, परगनैत, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीणों ने हिस्सा लिया, जिससे आयोजन को व्यापक समर्थन मिला।