घाटशिला प्रखंड में प्रज्ञा केंद्र संचालकों के साथ डिजिटल पंचायत जिला प्रबंधक ने की महत्वपूर्ण बैठक, समस्याओं पर हुई खुलकर चर्चा

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घाटशिला 23 जुलाई 2025 : बुधवार को प्रखंड मुख्यालय सभागार में एक अहम बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें डिजिटल पंचायत जिला प्रबंधक विनय कुमार ने प्रखंड क्षेत्र के सभी प्रज्ञा केंद्र संचालकों के साथ संवाद स्थापित कर उनकी विभिन्न समस्याओं को जाना। यह बैठक प्रज्ञा केंद्रों के संचालन को बेहतर और सुचारू बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।बैठक की शुरुआत सभी प्रज्ञा केंद्र संचालकों द्वारा अपनी-अपनी समस्याओं को साझा करने से हुई। संचालकों ने तकनीकी अड़चनों, भुगतान में देरी, कार्य के बदले मिलने वाले मानदेय की असंगत राशि, और अस्थायी व्यवस्था से जुड़ी चिंताओं को सामने रखा। उन्होंने जिला प्रबंधक से इन समस्याओं के त्वरित समाधान की मांग की।

बैठक के दौरान, हाल ही में चतरा जिले में एक प्रज्ञा केंद्र संचालक द्वारा आत्महत्या करने की दुखद घटना का भी जिक्र हुआ। सभी उपस्थितों ने दिवंगत संचालक को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा और संवेदना प्रकट की। इस घटना को लेकर एक भावनात्मक माहौल रहा और सभी ने इस तरह की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने पर बल दिया।

डिजिटल पंचायत जिला प्रबंधक विनय कुमार ने सभी संचालकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि,

“हमारी जिम्मेदारी है कि हम मिलकर एक सकारात्मक माहौल बनाएं ताकि कोई भी संचालक मानसिक दबाव में आकर गलत कदम न उठाए। सभी संचालकों से आग्रह है कि वे पुनः अपने कार्यस्थल पर लौटें और जनता की सेवा करें।”

उन्होंने आगे कहा कि प्रज्ञा केंद्र संचालकों की सभी जायज़ मांगों और समस्याओं का समाधान जल्द किया जाएगा। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि पंचायती राज विभाग से संबंधित सभी कार्य अब डिजिटल पंचायत के माध्यम से प्रज्ञा केंद्रों द्वारा ही संचालित किए जाएंगे, जिससे पारदर्शिता और कार्यकुशलता में वृद्धि होगी।

जिला प्रबंधक ने यह भी बताया कि कैंप मोड में किए जाने वाले कार्यों के लिए संचालक प्रति आवेदन 10 से 20 रुपये तक का सेवा शुल्क ले सकेंगे। यह शुल्क निर्धारित दायरे में रहेगा और इसकी निगरानी भी की जाएगी।

उन्होंने यह जानकारी भी दी कि डिजिटल पंचायत के एमडी ने हाल ही में चतरा जाकर मृतक संचालक के परिजनों से भेंट की और उन्हें आजीवन भरणपोषण की सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। यह कदम संगठन की संवेदनशीलता और ज़िम्मेदारी को दर्शाता है।बैठक में प्रज्ञा केंद्र संचालक किंकर पाल, सुनील गोरी, धनंजय सिन्हा समेत दर्जनों संचालक उपस्थित रहे और उन्होंने बैठक के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन का आभार प्रकट किया।


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