डॉ. अंजलि गुप्ता बनीं कुलपति, दो साल बाद विश्वविद्यालय को मिला नेतृत्व
Chaibasa: झारखंड के कोल्हान विश्वविद्यालय में आखिरकार दो साल के लंबे इंतजार के बाद नए कुलपति की नियुक्ति हो गई है। डॉ. अंजलि गुप्ता को कुलपति नियुक्त किया गया है, जिससे विश्वविद्यालय के छात्र और शिक्षकों में एक नई उम्मीद जगी है।
पिछले दो वर्षों से कुलपति की नियुक्ति नहीं होने के कारण विश्वविद्यालय में शैक्षणिक और प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हो रहे थे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि डॉ. अंजलि गुप्ता इन चुनौतियों का कैसे सामना करती हैं और क्या वे छात्रों की परेशानियों का समाधान कर पाएंगी।

छात्रों की समस्याएं और चुनौतियां
कोल्हान विश्वविद्यालय में लंबे समय से छात्रों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें शामिल हैं:
परीक्षा परिणामों में देरी
शैक्षणिक सत्रों का अनियमित संचालन
प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही
छात्रवृत्ति और अन्य सुविधाओं की कमी
छात्रों को उम्मीद है कि नए कुलपति के नेतृत्व में विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां सुचारू रूप से चलेंगी और उनकी समस्याओं का समाधान होगा।
अब क्या बदलाव की उम्मीद?
डॉ. अंजलि गुप्ता के कुलपति बनने के बाद यह देखना होगा कि क्या विश्वविद्यालय में पढ़ाई-लिखाई सही समय पर शुरू होगी और क्या छात्रों की समस्याओं का समाधान होगा।
अगर नए कुलपति व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में सफल होते हैं, तो यह विश्वविद्यालय के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है। छात्रों और शिक्षकों को अब उम्मीद है कि कोल्हान विश्वविद्यालय एक बार फिर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के केंद्र के रूप में उभरेगा।