Kolhan University student protest पूर्व छात्र नेता सागर राय का झारखंड सरकार पर हमला: “छात्रों का भविष्य भगवान भरोसे”

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कोल्हान यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर की नियुक्ति न होने पर बढ़ता असंतोष

Jamshedpur:कोल्हान यूनिवर्सिटी, जो झारखंड के लाखों छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का केंद्र है, पिछले कई वर्षों से प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार का शिकार बनी हुई है। विश्वविद्यालय में स्थायी वाइस चांसलर (VC) की नियुक्ति नहीं होने के कारण छात्रों की पढ़ाई और परीक्षाओं पर बुरा असर पड़ रहा है। भाजपा जिला ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व छात्र नेता सागर राय ने झारखंड सरकार की शिक्षा व्यवस्था की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि छात्रों का भविष्य अब भगवान भरोसे है।

विश्वविद्यालय प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप

पिछले कुछ वर्षों में कोल्हान यूनिवर्सिटी में कई घोटाले सामने आए हैं। टाटा कॉलेज के अकाउंट से करोड़ों रुपये के गबन का मामला ताजा उदाहरण है, जिसने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है। वहीं, छात्रों का कहना है कि परीक्षाएं समय पर नहीं हो रही हैं और यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में भी भ्रष्टाचार अपनी जड़ें जमा चुका है। छात्र संगठनों ने मांग की है कि इस वित्तीय घोटाले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त सजा दी जाए।

वाइस चांसलर के बिना संचालन अस्थिर

फिलहाल, विश्वविद्यालय का प्रबंधन कमिश्नर के अधीन है, लेकिन उनकी अन्य प्रशासनिक जिम्मेदारियों के कारण विश्वविद्यालय की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। ऐसे में छात्रों के सामने यह सवाल उठता है कि वे अपनी समस्याएं लेकर किसके पास जाएं? इसके अलावा, कमिश्नर जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।

15 वर्षों में घोटालों का सिलसिला

कोल्हान यूनिवर्सिटी की स्थापना को 15 साल हो चुके हैं, लेकिन इस दौरान कई घोटालों की जांच अधूरी है। कुछ वर्ष पहले आर.के. दास से जुड़ा मामला सामने आया था, जिसकी जांच अब तक पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे में टाटा कॉलेज के नए घोटाले ने विश्वविद्यालय की छवि को और धूमिल कर दिया है।

सरकार की उदासीनता पर उठे सवाल

पूर्व छात्र नेता सागर राय ने कहा कि झारखंड सरकार समय पर चुनाव तो करा लेती है, लेकिन शिक्षा व्यवस्था में सुधार की इच्छाशक्ति नहीं दिखा पाई है। हेमंत सोरेन सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी न तो सिनेट-सिंडिकेट की बैठक हुई और न ही प्रशासनिक स्थिति में कोई बदलाव आया। छात्रों ने सरकार से मांग की है कि शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं।

छात्रों की मुख्य मांगें:

1. कोल्हान यूनिवर्सिटी में स्थायी वाइस चांसलर की नियुक्ति शीघ्र की जाए।

2. टाटा कॉलेज में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा दी जाए।

3. सभी परीक्षाएं समय पर कराई जाएं और शैक्षणिक सत्र को नियमित किया जाए।

4. छात्र संघ को पुनः सक्रिय किया जाए और उसके फंड के सही उपयोग की जांच हो।


आंदोलन की चेतावनी

छात्र समुदाय, अभिभावक और समाज के जागरूक लोग मिलकर जल्द ही आंदोलन शुरू करेंगे यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं। छात्रों के भविष्य से समझौता अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

 

 

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