खेरवाल एजुकेशनल ट्रस्ट, भगाबाँध द्वारा ग्रामीण शिक्षा और विकास पर विचार गोष्ठी का आयोजन शिक्षा ही सशक्तिकरण का पहला कदम है” थीम पर हुआ आयोजन, गाँवों में जागरूकता की नई लहर

SHARE:



भगाबाँध (झारखंड), 28 जून:
खेरवाल एजुकेशनल ट्रस्ट, भगाबाँध के तत्वावधान में ग्रामीण क्षेत्र की शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और युवा सशक्तिकरण जैसे ज्वलंत विषयों पर केंद्रित एक प्रेरणादायक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण जनता को जागरूक बनाना और विकास की मुख्यधारा से जोड़ना रहा।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री शंकर मार्डी (पूर्व महाप्रबंधक, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, दिल्ली) ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि श्री राहुल कुमार मुर्मू (प्रदेश अध्यक्ष, झारखंड पुलिस एसोसिएशन) रहे, जबकि सम्मानित अतिथियों में श्री राकेश चंद्र मुर्मू (अध्यक्ष, जमशेदपुर मुखिया संघ), विनोद टुडू (आदित्यपुर थाना), राम हरि बस्के, शोलेंद्र मुर्मू, सुना राम मांझी, किष्टो मुर्मू तथा भगबत मुर्मू शामिल थे।

🎯 मुख्य मुद्दे जो गोष्ठी में उठाए गए:

1. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रसार: विशेष रूप से बालिकाओं की शिक्षा को प्राथमिकता देने पर बल।


2. कृषि में नवाचार: पारंपरिक खेती के साथ आधुनिक कृषि तकनीकों का समावेश।


3. स्वास्थ्य एवं स्वच्छता: ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय निर्माण और स्वास्थ्य जागरूकता अभियान की जरूरत।


4. युवाओं की भूमिका: स्वरोजगार, डिजिटल शिक्षा और नेतृत्व विकास पर जोर।


5. महिला सशक्तिकरण: स्वयं सहायता समूहों और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने पर चर्चा।



💬 वक्ताओं ने क्या कहा?

वक्ताओं ने सरल और प्रभावशाली भाषा में विचार व्यक्त किए, जिससे ग्रामीण जनमानस में जागरूकता का संचार हुआ। उन्होंने कहा कि “जब विचार गाँव से निकलते हैं, तो देश की तस्वीर बदल जाती है।”

सभा के अंत में सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक रूप से यह संकल्प लिया कि वे अपने गाँव को आदर्श ग्राम बनाएंगे – जहाँ शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और स्वच्छता की समुचित व्यवस्था हो।

🙏 ट्रस्ट के पदाधिकारियों का सराहनीय योगदान

कार्यक्रम की सफलता में खेरवाल एजुकेशनल ट्रस्ट के समर्पित पदाधिकारियों – मंगल मुर्मू, अर्जुन सोरेन, बिपिन मुर्मू, रूपेण टुडू, विश्वनाथ हाँसदा और राजपति बस्के – का विशेष योगदान रहा। सभी सहभागियों और ग्रामवासियों ने ट्रस्ट के इस प्रयास की सराहना की।


🌿 “विचारों से ही परिवर्तन की शुरुआत होती है, और जब वह परिवर्तन गाँव से आरंभ होता है – तो राष्ट्र निर्माण का रास्ता बनता है।” 🌿


Leave a Comment