जमशेदपुर, 20 जुलाई: झारखंड सरकार द्वारा हाल ही में जमशेदपुर शहर में तीन फ्लाईओवर निर्माण की स्वीकृति देने के फैसले को लेकर झारखंड विकास मोर्चा (JVM) ने इसे एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है। JVM का कहना है कि यह निर्णय उस आंदोलन का प्रतिफल है, जिसकी शुरुआत वर्ष 2014-2015 में पार्टी के नेतृत्व में की गई थी।JVM की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आज के अखबारों में फ्लाईओवर को लेकर आई खबरें उस संघर्ष की सफलता का प्रतीक हैं, जो एक दशक पूर्व जमशेदपुर की ट्रैफिक समस्या को लेकर शुरू हुआ था।
“2014-15 में हुए आंदोलन की मेहनत लाई रंग”
JVM के कार्यकर्ताओं ने उस समय अभय सिंह के नेतृत्व में एक सशक्त जनांदोलन खड़ा किया था। हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी, सड़कों पर उतरे, जमशेदपुर बंद कराया और पुलिस की लाठियों का सामना किया, पर जनता के अधिकारों से समझौता नहीं किया।
आंदोलन के दौरान JVM कार्यकर्ताओं ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका (रीट) दायर कर ट्रैफिक समस्या और उससे हो रही मौतों पर ध्यान आकृष्ट किया। आरटीआई के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, छह वर्षों में 1000 से अधिक सड़क दुर्घटनाओं में मौतें हुईं, जिसे कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया।अभय सिंह के नेतृत्व में किए गए इस आंदोलन के परिणामस्वरूप टाटा स्टील और जिला प्रशासन को सड़कों के चौड़ीकरण के लिए मजबूर होना पड़ा। 2015 से शहर की कई प्रमुख सड़कों का विस्तार और मरम्मत कार्य टाटा स्टील द्वारा शुरू किया गया, जिसका आधार उच्च न्यायालय द्वारा जारी निर्देश बना।
जनता के सहयोग और समर्थन से बनी ऐतिहासिक लहर
विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया गया कि 20 सितंबर 2014 को हुआ जमशेदपुर बंद ऐतिहासिक था। उस दिन 1200 से अधिक टेम्पो, 100 से ज्यादा लंबी दूरी की बसें और 120 से अधिक मिनी बसें सड़कों से नदारद थीं। उस समय टेम्पो चालक संघ के महामंत्री श्री श्याम कांकर झा ने आंदोलन को समर्थन देते हुए पूर्ण बंद का आह्वान किया था।उपायुक्त कार्यालय की तालाबंदी, मशाल जुलूस, और पुलिस के दमन के बावजूद जनता का व्यापक समर्थन इस आंदोलन को एक नई ताकत देता रहा। JVM का दावा है कि इस आंदोलन में 467 से अधिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई और पुलिस द्वारा प्रताड़ना के बावजूद कार्यकर्ता डटे रहे।
अब सरकार ने मानी पुरानी मांग
अब जाकर झारखंड सरकार द्वारा तीन फ्लाईओवर की स्वीकृति से यह स्पष्ट हो गया है कि JVM का आंदोलन जनता के हित में था और वही आंदोलन अब अपना फल दे रहा है। JVM नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे जमशेदपुर की ट्रैफिक समस्या से जनता को बड़ी राहत मिलेगी।
JVM की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि –
“हम जमशेदपुर की जनता का हृदय से आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने आंदोलन के समय हमारा साथ दिया। अभय सिंह के नेतृत्व में किया गया संघर्ष आज सफल हुआ है। आने वाले समय में जब यह तीनों फ्लाईओवर तैयार होंगे, तब यह शहर को एक नया आयाम और राहत देगा।”