जन शिकायत निवारण दिवस में उप विकास आयुक्त ने सुनी नागरिकों की समस्याएं, त्वरित कार्रवाई का दिया आश्वासन

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Jamshedpur :  उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर आज समाहरणालय सभागार में जन शिकायत निवारण दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें उप विकास आयुक्त श्री अनिकेत सचान ने जिले के विभिन्न पंचायतों और शहरी क्षेत्रों से आए नागरिकों की समस्याएं गंभीरता से सुनी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आमजन अपनी शिकायतों और समस्याओं के समाधान की अपेक्षा लेकर पहुंचे थे।

जन सुनवाई के दौरान नागरिकों ने भूमि विवाद, अवैध कब्जा, दुकानों में तालाबंदी, मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने में हो रही परेशानी, अस्पतालों में लापरवाही के कारण होने वाली जच्चा-बच्चा की मृत्यु, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में कमी, पेंशन की स्वीकृति में देरी, आवास योजनाओं का लाभ न मिल पाना, शिक्षा व्यवस्था में अव्यवस्था और गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश जैसी गंभीर समस्याएं सामने रखीं।

एक शिकायतकर्ता ने भूमाफिया द्वारा उसकी जमीन पर अवैध कब्जा किए जाने की बात कही, वहीं एक महिला ने एमजीएम अस्पताल में प्रसव के दौरान अपनी बहन की मौत पर चिकित्सा लापरवाही का आरोप लगाया। कई वृद्धजन पेंशन न मिलने से आक्रोशित दिखे, तो कुछ युवा शिक्षा संबंधी सहायता की उम्मीद में आए थे।

उप विकास आयुक्त श्री अनिकेत सचान ने सभी शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर ही आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए त्वरित एवं यथोचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि जन शिकायत निवारण दिवस का उद्देश्य आमजन की समस्याओं को सुनना ही नहीं, बल्कि उन्हें समयबद्ध तरीके से हल करना भी है।

उप विकास आयुक्त ने नागरिकों को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन प्रत्येक नागरिक की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी विभागीय अधिकारी जनहित से जुड़े मामलों में उत्तरदायी तरीके से कार्य करें। अंत में श्री सचान ने कहा, प्रत्येक शिकायत हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम प्रयासरत हैं कि जिले में सुशासन की भावना को और सुदृढ़ किया जाए ताकि हर नागरिक को न्याय और सेवा समय पर प्राप्त हो।जन शिकायत निवारण दिवस में विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, थाना प्रभारियों के अलावा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।

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