जमशेदपुर में वाहन चेकिंग अभियान बना परेशानी का सबब
Jamshedpur: जमशेदपुर में चल रहे वाहन चेकिंग अभियान को लेकर आम जनता में नाराजगी बढ़ रही है। आए दिन चेकिंग के दौरान झड़प की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे लोगों को गंभीर चोटें भी लग रही हैं। इसको लेकर दोपहिया वाहन चालक संघ ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर वाहन चेकिंग अभियान को बंद करने और इसे डिजिटल प्रक्रिया से संचालित करने की मांग की है।
संघ के संस्थापक सागर तिवारी ने कहा कि सड़कों पर पुलिसकर्मियों द्वारा अचानक सामने आकर वाहन रोकने से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने मांग की कि अन्य राज्यों की तरह सीसीटीवी कैमरा आधारित चेकिंग सिस्टम लागू किया जाए ताकि यातायात नियमों का पालन भी हो और भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगे।
दोपहिया वाहन चालक संघ ने सुझाए ये उपाय
संघ ने प्रशासन को कुछ अहम सुझाव दिए, जिससे यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके:
1. डिजिटल चालान प्रणाली लागू हो
सिपाही द्वारा चेकिंग अभियान बंद कर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी और डिजिटल चालान प्रणाली लागू की जाए ताकि आम जनता को परेशानी न हो और यातायात नियमों का पालन भी बढ़े।
2. सड़क पर छुपकर खड़े होने से रोका जाए
पुलिसकर्मियों द्वारा पेड़ों या दीवारों के पीछे छुपकर वाहन चालकों को रोकने से दुर्घटनाएं हो रही हैं। इस प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाई जाए।
3. चालान की राशि में कटौती हो
अत्यधिक चालान राशि आम लोगों पर आर्थिक बोझ डालती है। इसलिए चालान की दरों में कटौती की जाए ताकि लोग नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित हों।
4. चालान के साथ दस्तावेज बनवाने की सुविधा मिले
चालान कटने पर अगर किसी वाहन चालक के पास बीमा, प्रदूषण प्रमाणपत्र, हेलमेट या ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है, तो मौके पर ही शुल्क लेकर ये दस्तावेज जारी किए जाएं। इससे समस्या का समाधान होगा, केवल सजा देने से कोई फायदा नहीं।
5. अपराध नियंत्रण के लिए रात्रि चेकिंग हो
शहर में शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक वाहन चेकिंग अभियान चलाया जाए ताकि अपराधों पर लगाम लगाई जा सके।
6. नशे में गाड़ी चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई हो
रात्रि दुर्घटनाओं का बड़ा कारण शराब पीकर वाहन चलाना है। ऐसे मामलों में पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
7. हर चौक और मुख्य मार्ग पर कैमरा लगाया जाए
यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए हर प्रमुख सड़क, चौक और हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं ताकि नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
“सिपाही पेड़ के पीछे छुपकर वाहन चालकों से खेल रहे हैं” – सागर तिवारी
संघ के संस्थापक सागर तिवारी ने प्रशासन पर तंज कसते हुए कहा कि बचपन में जो खेल हम खेलते थे, वही खेल अब सिपाही सड़क पर खेल रहे हैं। वे पेड़ों के पीछे छुपकर वाहन चालकों को पकड़ रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि अगर अन्य राज्यों की तरह कैमरा आधारित चेकिंग शुरू की जाए, तो न सिर्फ भ्रष्टाचार खत्म होगा बल्कि जनता भी यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित होगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में ये लोग थे शामिल
इस दौरान संस्थापक सागर तिवारी, जिला अध्यक्ष अमित तिवारी, धर्मबीर महतो, विवेक झा, दिलीप, सूरज, विशाल ढोके, राकेश चौरसिया, प्रदीप सिंह, रामेश्वर चौधरी और राकेश पांडेय सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मांग पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या जमशेदपुर में डिजिटल ट्रैफिक चेकिंग सिस्टम लागू हो पाएगा?
