FIR Controversy : साकची थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप, जनसुविधा मंच ने कहा – जनविरोध को दबाने की हो रही कोशिश

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Jansuvidha Manch : साकची थाना क्षेत्र में बढ़ते अवैध कारोबार, अनैतिक गतिविधियों, अतिक्रमण, नशाखोरी, चोरी और छिनतई जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर हाल ही में जन सुविधा मंच द्वारा साकची थाना के समक्ष शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया था। मंच ने थाना क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अपराधों पर रोक लगाने में थाना प्रभारी की विफलता का आरोप लगाया।

मंच के सदस्यों ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान थाना प्रभारी ने आंदोलनकारियों पर केस करने की धमकी दी और बाद में दुर्भावनावश कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी। मंच के प्रमुख सदस्य राकेश सिंह और अमित अग्रवाल ने कहा कि यह कार्रवाई आंदोलन को भटकाने और जनता को दिग्भ्रमित करने की साजिश है।

राकेश सिंह ने स्पष्ट किया कि आंदोलन शांतिपूर्ण था, इसकी पूर्व सूचना वरीय पदाधिकारियों को लिखित रूप में दी गई थी, और समाचार पत्रों में 10 जून के अंक में इसकी घोषणा भी की गई थी। प्रदर्शनकारियों के पास कोई हथियार नहीं था, न ही कोई सड़क जाम किया गया। आंदोलन का पूरा वीडियो फुटेज मंच के पास उपलब्ध है।

उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी के 10-11 महीने के कार्यकाल में साकची थाना क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों में भारी वृद्धि हुई है – जिनमें गोलीबारी की घटनाएं और आमबगान क्षेत्र में देह व्यापार से जुड़ा हत्या मामला शामिल है।

जन सुविधा मंच ने जल्द ही एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के वरीय अधिकारियों से मिलकर थाना प्रभारी की संपत्ति की जांच कराने की बात कही है। साथ ही, मंच का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात कर थाना प्रभारी के पूरे कार्यकाल की न्यायिक जांच की मांग करेगा।

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