जमशेदपुर में बारिश बनी किसानों के लिए मुसीबत, सब्जियों की कीमतों में लगी आग

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जमशेदपुर, 24 जून 2024 – झारखंड में मानसून की जोरदार दस्तक जहां धान की खेती करने वाले किसानों के लिए राहत लेकर आई है, वहीं सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए आफत बनकर टूट पड़ी है। जमशेदपुर और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों में लगातार चार दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने खेतों में खड़ी सब्जी की फसलों को बर्बाद कर दिया है।

खेतों में जलजमाव, सब्जी की फसलें नष्ट

सरायकेला-खरसावां, पोटका, बोड़ाम, चाकुलिया और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती पुरुलिया जैसे क्षेत्रों से जमशेदपुर के बाजारों में हरी सब्जियों की आपूर्ति होती है। लेकिन हाल की बारिश से इन इलाकों में खेतों में पानी भर गया है, जिससे भिंडी, करेला, लौकी, टमाटर, परवल जैसी मौसमी सब्जियों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं।

दामों में दोगुनी बढ़ोतरी, उपभोक्ता परेशान

इस प्राकृतिक आपदा का सीधा असर जमशेदपुर के बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है।

भिंडी, जो एक सप्ताह पहले ₹20 किलो थी, अब ₹40 प्रति किलो हो गई है।

लौकी, करेला, टमाटर और परवल की कीमतें भी दोगुनी हो चुकी हैं।


स्थानीय विक्रेताओं का कहना है कि आपूर्ति घटने के कारण कीमतें नियंत्रण से बाहर हो गई हैं, और जब तक नई फसल नहीं आती, बाजार में यही स्थिति बनी रहेगी।

किसानों में मायूसी, फिर से कर रहे हैं तैयारी

बारिश से बर्बाद हुई फसल को देख कई किसान सदमे में हैं। कई किसानों का कहना है कि उन्होंने कर्ज लेकर बीज, खाद और मजदूरी का खर्च उठाया था, लेकिन अब सब मिट्टी में मिल गया।

> “अब फिर से खेत तैयार कर रहे हैं। नये सिरे से बीज डालेंगे, लेकिन नुकसान की भरपाई आसान नहीं है,” – पोटका के एक किसान ने कहा।



किसानों का कहना है कि नई फसल आने में कम से कम 20-30 दिन लगेंगे, ऐसे में हरी सब्जियों की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है।

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