जमशेदपुर, 12 जुलाई 2025:
पूर्वी सिंहभूम के समाहरणालय में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं सिविल डिफेंस की संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के सभी प्रमुख प्रशासनिक, पुलिस, स्वास्थ्य, सिविल डिफेंस, नगर निकाय, शिक्षा, भवन निर्माण, जलापूर्ति और सुरक्षा बलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। घाटशिला और धालभूम अनुमंडल के एसडीओ समेत सभी बीडीओ व सीओ ऑनलाइन जुड़े।
उपायुक्त ने कहा कि लगातार हो रही वर्षा से आपदा की संभावना बनी हुई है, ऐसे में प्रशासनिक अमला पूर्ण रूप से अलर्ट मोड में रहे। उन्होंने खासतौर से सड़कों, पुल-पुलिया, मकानों, स्कूलों और स्वास्थ्य भवनों को हुए नुकसान की त्वरित रिपोर्टिंग और मरम्मत प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा दिलाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में देरी न हो। सिविल सर्जन को एमजीएम प्रबंधन से समन्वय बनाकर यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि रिपोर्ट समय पर मिले और पीड़ितों को राहत राशि जल्द दी जा सके।
बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि सरकारी भूमि पर बने आवासों को मुआवजा श्रेणी में न जोड़ा जाए और पात्रता का स्थल सत्यापन सघन रूप से किया जाए। इसके अलावा उपायुक्त ने स्कूल, आंगनबाड़ी या अन्य सार्वजनिक भवनों की सुरक्षा जांच के निर्देश भी दिए, जिनकी छत या दीवारें गिरने की आशंका हो।
सिविल डिफेंस को निर्देश दिया गया कि वे अपने स्वयंसेवकों की सूची अपडेट रखें, उन्हें संवेदनशील इलाकों में अलर्ट पर रखें और सामुदायिक जागरूकता अभियान तेज करें। जलजमाव वाले क्षेत्रों में राहत टीमों की तैनाती, जरूरत पड़ने पर राहत सामग्री की उपलब्धता और सोशल मीडिया से प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जिम्मेदारी तय की गई।
