अपराधियों में नहीं है पुलिस का खौफ
Jamshedpur :जमशेदपुर में अपराध बेलगाम हो चुका है। अपराधियों को कानून और पुलिस का कोई डर नहीं है। दिनदहाड़े हत्या, लूट और फायरिंग की घटनाएं आम हो गई हैं। ताजा मामला बर्मामाइंस थाना क्षेत्र का है, जहां मंगलवार देर रात कैरेज कॉलोनी मुस्लिम बस्ती में दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हुआ।
अफजल और शाहरुख गुट में खूनी टकराव
इस टकराव की वजह पुरानी रंजिश और इलाके में वर्चस्व की लड़ाई बताई जा रही है। अफजल और शाहरुख गुट के बीच जमकर मारपीट हुई, जिसमें हरवे-हथियार का इस्तेमाल किया गया। दोनों ओर से चाकू, चापड़ और गोलियों की बौछार ने पूरे इलाके को दहला दिया।
गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला इलाका
सूत्रों के मुताबिक, इस संघर्ष में 10 से ज्यादा गोलियां चलीं। पुलिस को मौके से सात खोखे बरामद हुए हैं। इस दौरान अफजल को उसके विरोधियों ने मुंह में गोली मार दी, जबकि अफजल और उसके साथियों ने चापड़ और चाकू से शाहरुख, गुलाम, शाजिद समेत छह लोगों पर हमला किया।
महिलाओं को भी नहीं बख्शा, तीन घायल
इस हिंसक संघर्ष में गर्भवती महिला कुसुम बीवी और उसकी मां समेत तीन महिलाएं भी घायल हो गईं। अफजल के घर में जमकर तोड़फोड़ की गई और वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
पुलिस पहुंची, तब तक अपराधी फरार
करीब एक घंटे तक इलाके में बवाल मचा रहा, लेकिन पुलिस देर से पहुंची। जब पुलिस घटनास्थल पर आई, तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पुरानी दुश्मनी और नशे के कारोबार का कनेक्शन
स्थानीय लोगों के अनुसार, अफजल और शाहरुख के बीच यह दुश्मनी कोई नई नहीं है। दोनों के बीच इलाके में नशे के कारोबार को लेकर लंबे समय से टकराव चल रहा था। अफजल पहले भी हत्या के मामले में जेल जा चुका है।
पुलिस प्रशासन पर उठ रहे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह है कि अपराधी आखिर इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद आसानी से कैसे फरार हो जाते हैं? क्या पुलिस की गश्त और इंटेलिजेंस फेल हो चुकी है?
अब आगे क्या?
पुलिस को जल्द ही इस मामले में ठोस कार्रवाई करनी होगी। यदि अपराधियों पर समय रहते शिकंजा नहीं कसा गया, तो जमशेदपुर में अपराध की यह आग और भड़क सकती है।
