जमशेदपुर, 10 जुलाई 2025।
जमशेदपुर के नागरिकों को लंबे समय से जहरीली हवा की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अब इस दिशा में राहत की उम्मीद जगी है। आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केन्द्रीय महासचिव एवं आजसू पार्टी के जिला सचिव श्री कृतिवास मंडल की सक्रिय पहल पर शहर में बंद पड़ी एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) टेस्टिंग मशीन को एक सप्ताह के भीतर पुनः सक्रिय करने की बात प्रशासन द्वारा कही गई है।कृतिवास मंडल ने प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली में एक औपचारिक शिकायत दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया कि कभी हरे-भरे वातावरण और स्वच्छ हवा के लिए प्रसिद्ध जमशेदपुर अब बढ़ते प्रदूषण की चपेट में है। उन्होंने कहा कि सरकार की तमाम योजनाओं के बावजूद धरातल पर कार्यान्वयन नहीं हो पा रहा है, जिससे आम जनता को शुद्ध हवा तक नसीब नहीं हो रही।
शिकायत के मुख्य बिंदु:
- शहर में तीन प्रमुख स्थानों — मानगो गोलचक्कर, डिमना चौक और जुगसलाई कुँवर सिंह चौक — पर स्थापित AQI डिस्प्ले बोर्ड और टेस्टिंग मशीनें लंबे समय से बंद पड़ी थीं।
- उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निकाय के अधिकारी या तो लापरवाही बरत रहे हैं या जानबूझकर इन्हें बंद रखे हुए हैं।
- इससे आम नागरिकों को शहर की वायु गुणवत्ता के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही थी, जिससे जागरूकता और एहतियात दोनों में कमी आ रही है।
कृतिवास मंडल की मांग:
कृतिवास मंडल ने अपनी शिकायत में मांग की थी कि—
- इन मशीनों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।
- दोषी पाए जाने वाले नगर निकाय के अधिकारियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाए।
- जनता के हित में AQI टेस्टिंग मशीनों को शीघ्र चालू किया जाए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
कृष्णा कुमार, डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर, मानगो नोटिफाइड एरिया कमिटी, जमशेदपुर द्वारा भारत सरकार और शिकायतकर्ता कृतिवास मंडल को एक जांच प्रतिवेदन भेजा गया। उसमें यह बताया गया कि संबंधित अधिकारियों द्वारा की गई जांच में यह पाया गया कि तकनीकी खराबी के कारण AQI मशीनें निष्क्रिय हो गई थीं।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि—
“तकनीकी मरम्मत कार्य प्रगति पर है और एक सप्ताह के भीतर सभी मशीनों को पुनः सक्रिय कर दिया जाएगा।”
स्थानीय लोगों में उम्मीद की किरण:
शहरवासियों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि अब उन्हें फिर से वायु प्रदूषण के स्तर की सही जानकारी मिल सकेगी। इससे स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता और एहतियाती कदमों को बढ़ावा मिलेगा।
कृतिवास मंडल का बयान:
“जमशेदपुर में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर प्रशासनिक उदासीनता चिंताजनक है। यदि समय रहते सुधार नहीं हुआ, तो आने वाले वर्षों में यह शहर गहरी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ सकता है। मेरी प्राथमिकता है कि जनहित से जुड़ी ऐसी लापरवाहियों को उजागर कर समाधान तक पहुंचाया जाए।”