Jamshedpur : मानगो शंकोसाई श्याम नगर स्थित स्वर्णरेखा नदी के किनारे बन रहे इंटक वेल का निर्माण कार्य बीते छह महीनों से पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य डिमना स्थित नए एमजीएम अस्पताल भवन में सुचारू जलापूर्ति सुनिश्चित करना था, लेकिन लापरवाही के चलते अब शंकोसाई क्षेत्र में बाढ़ का खतरा गहरा गया है। स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों और संवेदक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
क्या है मामला
सरकार द्वारा स्वीकृत इस योजना के तहत स्वर्णरेखा नदी से पानी को संकोसाई रोड नंबर एक होते हुए डिमना मुख्य सड़क के जरिए सीधे एमजीएम अस्पताल तक पहुंचाना था। छह महीने पहले इस कार्य की शुरुआत हुई थी, लेकिन नदी के जलस्तर से बचाने के लिए बनाए गए कोपर डैम की मिट्टी को संवेदक ने काट दिया।
स्थानीय लोगों ने उस समय ही चेतावनी दी थी कि अगर डैम की मिट्टी हटाई गई तो मानसून के दौरान पूरा शंकोसाई डूब जाएगा। बावजूद इसके, संवेदक और कार्यपालक पदाधिकारी ने एक महीने में कार्य पूरा कर डैम को पुनः सुदृढ़ करने का आश्वासन दिया था।
छह महीने से काम बंद, बाढ़ का खतरा
अब छह महीने बीत चुके हैं। न तो इंटक वेल का निर्माण हुआ और न ही डैम को पुनः बनाया गया। स्थानीय लोग डर के साए में हैं क्योंकि मानसून आने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। अगर बारिश तेज हुई तो रामनगर, श्यामनगर, संजीवनी पथ, रामकृष्ण पथ समेत पूरे शंकोसाई क्षेत्र में जलभराव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
भाजपा नेता विकास सिंह ने दी चेतावनी
स्थानीय निवासियों की शिकायत पर पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से तुरंत काम शुरू कराने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्य शुरू नहीं हुआ तो संवेदक और कार्यपालक पदाधिकारी पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे संकोसाई के लोगों के साथ उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
मौके पर मौजूद प्रमुख लोग
इस मौके पर विकास सिंह के साथ राजेश साहू, दुर्गा दत्ता, विकास गुप्ता, संजीत प्रजापति, बंटी प्रसाद, विनय घोष, शिवजी यादव, सोनू प्रधान, मंगल रजक, भीम सरदार, सुरेश घोष, ललिता देवी, पुष्पा देवी, राजमणि देवी समेत सैकड़ों स्थानीय लोग मौजूद थे।
