किताडीह गाँव में पारंपरिक श्रद्धा और आस्था के साथ सम्पन्न हुई आषाढ़ी पूजा

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जमशेदपुर, 13 जुलाई 2025:
जमशेदपुर प्रखंड के किताडीह गाँव में आज पारंपरिक रीति-रिवाजों और गहरी आस्था के साथ आषाढ़ी पूजा का आयोजन किया गया। इस पवित्र अवसर पर ग्राम के नायके बाबा महाबीर मुर्मू ने गाँव के दैवी देवताओं की पूजा-अर्चना कर ग्रामवासियों की सुख-समृद्धि, अच्छी वर्षा और स्वास्थ्य की मंगलकामना की।

पूजा के दौरान मारंग बुरु, ग्राम देवता, जाहेर आयो, मोड़ और तुरुई सहित अन्य स्थानीय देवी-देवताओं को श्रद्धापूर्वक भोग अर्पित किया गया और सामूहिक प्रार्थना की गई कि इस वर्ष भरपूर वर्षा हो, खेत-खलिहान लहलहाएं, और ग्रामीणों को जहरीले जीव-जंतुओं जैसे सांप-बिच्छुओं से कोई हानि न हो। साथ ही यह भी प्रार्थना की गई कि किसी प्रकार की बीमारी या महामारी गाँव में प्रवेश न करे और सभी ग्रामीण स्वस्थ और सुरक्षित रहें।

इस अवसर पर ग्राम के अनेक प्रतिष्ठित जन उपस्थित रहे, जिनमें मुख्य रूप से बंगाल माझी किशुन मुर्मू, विकास मुर्मू, बाले मुर्मू, बिंदु सोरेन, गुरबा हांसदा, हेमंत सोरेन, खेला सोरेन, किशुन सोरेन, राजाराम मुर्मू, सावन हांसदा, नारायण, मधु सोरेन, और जादू मुर्मू का नाम उल्लेखनीय है। इन सभी ने पारंपरिक पोशाक में भाग लेकर आयोजन की गरिमा को और भी बढ़ाया।

पूजा के बाद गाँव के लोगों ने एक साथ बैठकर सामूहिक भोजन किया और पारंपरिक लोकगीतों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। ग्रामवासियों ने मिल-जुल कर पूजा को सफल बनाया और भावी पीढ़ी को भी इस परंपरा से जोड़ने की प्रेरणा दी।किताडीह गाँव की यह पूजा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह प्रकृति के प्रति सम्मान, समाज में एकता और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का संदेश भी देती है।