Jamshedpur : झारखंड गैर सरकारी विद्यालय संघ का एक प्रतिनिधिमंडल ने जिले के उपायुक्त के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से मांग की गई है कि सत्र 2024-26 में इंटरमीडिएट (11वीं) में नामांकित छात्रों को आगामी सत्र में 12वीं की पढ़ाई उसी महाविद्यालय से करने की अनुमति दी जाए, जहां वे वर्तमान में अध्ययनरत हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने तर्क दिया कि छात्र अपने घर के नजदीकी महाविद्यालयों में नामांकित हुए हैं। ऐसी स्थिति में यदि उन्हें आगामी सत्र के लिए किसी अन्य प्लस टू विद्यालय में स्थानांतरित किया गया, तो उनका पठन-पाठन बाधित हो सकता है। साथ ही 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अब केवल सात माह का समय शेष है, जिससे विषयांतरण छात्रों के लिए अतिरिक्त दबाव का कारण बन सकता है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद ताहिर हुसैन एवं डॉक्टर अफरोज शकील ने कहा कि यह मामला पूरी तरह छात्रहित से जुड़ा हुआ है। सरकार को इस पर संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सत्र 2025-2027 से सरकार यदि इन महाविद्यालयों में 11वीं कक्षा में नामांकन पर रोक लगाना चाहती है तो वह निर्णय समझ में आता है, लेकिन 2024 में नामांकित छात्रों को उसी महाविद्यालय से 12वीं की परीक्षा में शामिल होने का अवसर मिलना चाहिए।
संघ का कहना है कि उन्होंने पूर्व में भी इस विषय को लेकर कई बार सरकार को अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है। ऐसे में छात्रों के भविष्य को देखते हुए सरकार से शीघ्र निर्णय लेने की अपील की गई है।
ज्ञापन सौंपने वालों में ललन प्रसाद यादव, सुभाष चंद्र मिश्रा, शाहिद अख्तर, रफत आरा, फरहत जहां, मोहम्मद जाहिद, परवेज अहमद एवं भावेश सहित अन्य शिक्षक-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
