Jamshedpur: झारखंड के जमशेदपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां भारतीय सेना के एक जवान सूरज राय ने पुलिस अधिकारियों के साथ मारपीट की। इस घटना ने न केवल कानून व्यवस्था को प्रभावित किया बल्कि लोकतंत्र और वर्दी की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई।
झारखंड पुलिस का बयान – सैनिक का आपराधिक इतिहास
झारखंड पुलिस एसोसिएशन, शाखा-जमशेदपुर ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। पुलिस के अनुसार, सूरज राय का पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है। जब भी वह अवकाश पर आते हैं, उनके खिलाफ आम जनता के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की शिकायतें दर्ज होती हैं।
वर्दीधारी पर वर्दीधारी पर हमला – शर्मनाक कृत्य
एक सैनिक का कर्तव्य देश और नागरिकों की रक्षा करना होता है, लेकिन सूरज राय का व्यवहार इसके विपरीत नजर आता है। झारखंड पुलिस का कहना है कि इस सैनिक ने पुलिस अधिकारियों पर हमला कर न केवल कानून का अपमान किया बल्कि सेना की छवि भी धूमिल की।
पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विरोध – पूर्व सैनिकों का हस्तक्षेप
जब पुलिस ने सूरज राय के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की, तो पूर्व सैनिकों ने थाना और उपायुक्त कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग एक अपराधी मानसिकता वाले सैनिक का समर्थन कर रहे हैं, जिससे सेना की गरिमा पर प्रश्नचिह्न लग गया है।
झारखंड पुलिस का संकल्प – कानून से कोई समझौता नहीं
झारखंड पुलिस ने स्पष्ट किया है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और किसी भी दबाव में आकर अपने कर्तव्य से समझौता नहीं करेंगे। जमशेदपुर पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहेगी और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी।
