New Delhi: भारत ने एक बार फिर क्रिकेट के सबसे बड़े मंचों में अपनी बादशाहत साबित करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में जगह बना ली है। सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की। इस जीत के साथ भारत तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने वाला पहला देश बन गया है।
मैच का नायक एक बार फिर से विराट कोहली रहे, जिन्होंने 84 रनों की बेहतरीन पारी खेलकर टीम इंडिया को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उनके अलावा गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रही।
ऑस्ट्रेलिया की पारी: अच्छी शुरुआत के बावजूद बड़ा स्कोर नहीं बना सका
सेमीफाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 264 रन बनाए। स्टीव स्मिथ (73) और एलेक्स कैरी (61) की पारियों ने टीम को स्थिरता देने की कोशिश की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लेकर कंगारू टीम को दबाव में रखा।
भारत के लिए मोहम्मद शमी (3/48) और रवींद्र जडेजा (2/40) ने बेहतरीन गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का ज्यादा मौका नहीं दिया। जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव को भी 1-1 विकेट मिला।
भारत की बल्लेबाजी: विराट कोहली की मास्टरक्लास पारी
265 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। शुभमन गिल (08) और रोहित शर्मा (28) जल्दी पवेलियन लौट गए। इसके बाद विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और एक छोर से रन बनाते रहे।
कोहली (84) की इस पारी में शानदार टाइमिंग और धैर्य देखने को मिला। उनके अलावा श्रेयस अय्यर (45), केएल राहुल (42 नाबाद) और हार्दिक पांड्या (28) ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मैच का रोमांच आखिरी ओवर तक बना रहा, लेकिन केएल राहुल (42 नाबाद) और रवींद्र जडेजा (2 नाबाद) ने संयम बनाए रखा और 49वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
अब भारत के सामने फाइनल की चुनौती
अब भारत का सामना 9 मार्च को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका या न्यूजीलैंड से होगा। सेमीफाइनल का दूसरा मुकाबला जल्द खेला जाएगा और उसके बाद तय होगा कि भारत किस टीम से भिड़ेगा।
कप्तान रोहित शर्मा ने जीत के बाद कहा:
“टीम ने दबाव में शानदार खेल दिखाया। विराट कोहली की पारी लाजवाब थी और गेंदबाजों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। अब हमारा पूरा ध्यान फाइनल जीतकर ट्रॉफी पर कब्जा करने पर है।”
अब भारत के पास दूसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का सुनहरा मौका है। पूरी दुनिया की निगाहें अब 9 मार्च के फाइनल मुकाबले पर टिकी होंगी, जहां भारत इतिहास रचने के इरादे से उतरेगा।