जमशेदपुर, 4 जुलाई 2025:
गोलमुरी स्थित केरला समाजम मॉडल स्कूल के समक्ष प्रतिदिन सुबह और दोपहर के समय लगने वाले भीषण ट्रैफिक जाम से आम नागरिक त्रस्त हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि रिफ्यूजी कॉलोनी, टूइलाडूंगरी, एनएमएल कॉलोनी और जीएफ फ्लैट्स के निवासियों को रोजाना घंटों जाम में फंसना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल शुरू होने और छुट्टी के समय वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं, और सड़क के दोनों किनारों पर बेतरतीब ढंग से खड़ी गाड़ियों के कारण ट्रैफिक पूरी तरह जाम हो जाता है। केवल एक सुरक्षा गार्ड की तैनाती कर स्कूल प्रशासन खानापूर्ति कर रहा है, जो इस भीड़ और अव्यवस्था को संभाल पाने में पूर्णतः असमर्थ है।
इस मुद्दे को लेकर भाजपा जमशेदपुर महानगर के पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार ने स्कूल प्रबंधन के रवैये पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि स्कूल केवल अपनी आमदनी बढ़ाने पर फोकस कर रहा है, लेकिन आम जनता और स्कूली बच्चों की सुविधा और सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा। यह गैर-जिम्मेदाराना रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।“
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्कूल प्रबंधन जल्द कोई ठोस और प्रभावी ट्रैफिक प्रबंधन योजना नहीं लागू करता है, तो वे स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने यह भी जोड़ा कि स्कूल की मनमानी से आम लोगों के दैनिक जीवन में अवरोध उत्पन्न हो रहा है और यह स्थिति अब असहनीय होती जा रही है।

दिनेश कुमार ने इस विषय को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फेसबुक पर भी जोर-शोर से उठाया है। उनकी पोस्ट पर बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए अपनी पीड़ा साझा की है। कई नागरिकों ने बताया कि ट्रैफिक जाम के कारण वे अपने कार्यालय और अन्य कार्यस्थलों पर समय से नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे उनकी पेशेवर ज़िंदगी पर असर पड़ रहा है।
दिनेश कुमार ने जिले के उपायुक्त और जमशेदपुर पुलिस प्रशासन को भी टैग करते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही जिला प्रशासन और ट्रैफिक डीएसपी से मुलाकात कर इस गंभीर समस्या से उन्हें अवगत कराएंगे और समाधान की मांग करेंगे।
स्थानीय लोगों की मांग:
- स्कूल के सामने नो पार्किंग जोन घोषित किया जाए
- स्कूल ट्रैफिक नियंत्रण के लिए प्रशिक्षित ट्रैफिक कर्मी या स्वयंसेवकों की तैनाती करे
- एकतरफा मार्ग (वन-वे) लागू करने पर विचार हो
- स्कूल समय पर प्रशासन द्वारा सक्रिय निगरानी रखी जाए