Jamshedpur : पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए घाटशिला महाविद्यालय में सिंगल यूज प्लास्टिक विशेष रूप से लिखो-फेंको पेन के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया गया। इस कार्यक्रम का संचालन पर्यावरण मित्र के तत्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के बीच एक सर्वेक्षण भी किया गया, जिससे यह ज्ञात हुआ कि लगभग 90 प्रतिशत विद्यार्थी सिंगल यूज प्लास्टिक पेन का उपयोग करते हैं। इन पेन में सामान्य रिफिल पेन की तुलना में 5 से 7 गुना अधिक प्लास्टिक का उपयोग होता है, जिससे धरती, जल और वायु तीनों प्रदूषित हो रहे हैं।
स्वास्थ्य पर भी बुरा असर
पर्यावरण मित्र के प्रो. इंदल पासवान ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि हर वर्ष हजारों टन प्लास्टिक पेन कचरे के रूप में पर्यावरण में मिल जाते हैं, जो मिट्टी की उर्वरता घटाते हैं, जल स्रोतों को दूषित करते हैं और अंततः मानव स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालते हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि रिफिल वाले पेन का प्रयोग करके हम अपने धरती मां को प्रदूषण से काफी हद तक बचा सकते हैं। यह एक छोटा सा कदम, पर्यावरण के लिए बड़ा योगदान साबित हो सकता है।”
प्राचार्य की भी अपील
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पी.के. गुप्ता ने भी अभियान की सराहना करते हुए सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से सिंगल यूज प्लास्टिक पेन के स्थान पर पुनः प्रयोग योग्य रिफिल पेन को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि कॉलेज स्तर से शुरू हुआ यह अभियान, भविष्य में व्यापक असर डालेगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे और सभी ने इस सकारात्मक पहल का समर्थन किया।
