पुलिस की प्रेमिका का शिकार हुआ अमन साहू
झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू आखिरकार पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस के मुताबिक, जब उसे पकड़ने की कोशिश की गई, तो उसके साथियों ने बम फेंककर उसे छुड़ाने की कोशिश की। इसी दौरान अमन ने पुलिस की राइफल छीनकर भागने की कोशिश की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया।
गैंगवार और आतंक का खात्मा
अमन साहू झारखंड में लंबे समय से गैंगवार और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था। उसकी तुलना यूपी के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे से की जा रही थी, जिसे 2020 में एनकाउंटर में मारा गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अमन साहू पर कई संगीन अपराध दर्ज थे, और वह सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था।
एनकाउंटर में कैसे मारा गया अमन साहू?
पुलिस के अनुसार, अमन साहू को घेरने के बाद जब आत्मसमर्पण करने को कहा गया, तो उसके साथियों ने बम से हमला कर उसे भगाने की कोशिश की। इसी बीच, अमन ने मौके का फायदा उठाकर पुलिस की राइफल छीनने की कोशिश की और भागने लगा। जवाबी फायरिंग में उसे गोली लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
अमन साहू का खौफ और पुलिस का मिशन क्लीन
अमन साहू का नाम झारखंड के सबसे खतरनाक गैंगस्टर्स में शामिल था। वह कई रंगदारी, हत्या और लूट के मामलों में वांछित था। पुलिस का कहना है कि उसके मारे जाने से झारखंड में अपराध पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।
