Jamshedpur : झारखंड के शिक्षा मंत्री, जनसेवक और संघर्षशील नेता तथा घाटशिला विधायक रामदास सोरेन का 15 अगस्त 2025 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वे 56 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ पड़ी।जानकारी के अनुसार बीते 2 अगस्त की सुबह घोराबदा स्थित आवास के बाथरूम में फिसलने से उनके सिर में गंभीर चोट लगी और मस्तिष्क में खून का थक्का (ब्रेन क्लॉट) बन गया था। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें तत्काल एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की निगरानी में उनका लगातार इलाज चल रहा था और वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे, लेकिन हालत में सुधार नहीं हो सका।
राजनीतिक सफर और जनसेवा
जनजातीय पृष्ठभूमि से आए रामदास सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता रहे। उन्होंने 2009 से 2014 और फिर 2019 से 2025 तक घाटशिला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वर्ष 2024 में वे जल संसाधन, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री बने, जबकि दिसंबर 2024 से उन्होंने स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग का दायित्व संभाला।अपनी सहज शैली और जनता से गहरे जुड़ाव के लिए वे हमेशा जाने जाते रहे। विकास कार्यों को धरातल तक पहुँचाने और जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता देने में उनकी सक्रियता ने उन्हें एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि बनाया। रामदास सोरेन के निधन झारखंड की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति माना जा रहा है।