जाम से बेहाल जमशेदपुर की सड़कों को लेकर कांग्रेस का हुंकार, फोरलेन और ओवरब्रिज निर्माण के लिए संघर्ष तेज करेगी जिला कांग्रेस कमिटी

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आनंद बिहारी दुबे बोले: “अब कांग्रेसजन जाम मुक्ति अभियान चलाएंगे, जनता की परेशानी अब और नहीं सहेंगे

जमशेदपुर, 13 जून 2025:
जमशेदपुर की सबसे ज्वलंत समस्याओं में शामिल ट्रैफिक जाम को लेकर पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी ने बड़ा ऐलान करते हुए राज्य सरकार और टाटा स्टील प्रबंधन को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र उचित कदम नहीं उठाए गए, तो कांग्रेसजन सड़क पर उतरकर जनांदोलन खड़ा करेंगे। यह घोषणा कांग्रेस जिला कार्यालय, तिलक पुस्तकालय, बिष्टुपुर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने की।

प्रेस वार्ता में श्री दुबे ने कहा कि “जाम-जाम-जाम, कब चलना होगा आसान?” — यह अब हर उस व्यक्ति की पुकार बन चुकी है जो एग्रिको से साकची गोलचक्कर और कालिमाटी रोड से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा कि यह मार्ग वर्षों से ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या से जूझ रहा है और इसके समाधान के लिए न तो भाजपा सरकार ने कुछ किया, न वर्तमान विधायक सरयू राय की ओर से कोई ठोस प्रयास हुआ।

राजनीतिक असफलताओं पर तीखा प्रहार

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और वर्तमान विधायक सरयू राय दोनों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि सीएम रहते रघुवर दास ने इस क्षेत्र में ओवरब्रिज बनाने की घोषणा की थी, लेकिन सिर्फ कागज़ों तक सीमित रही। दूसरी ओर, सरयू राय ने इस मुद्दे को चुनावी हथियार जरूर बनाया लेकिन पांच साल तक विधायक रहते कोई ठोस काम नहीं किया। “टांय टांय फुस्स हो गया मुद्दा, जनता अब इन बातों से ऊब चुकी है,” दुबे ने कहा।

टाटा स्टील की भूमिका पर सवाल

दुबे ने टाटा स्टील प्रबंधन पर भी सवाल उठाए कि इतनी अहम सड़क पर यातायात की भारी भीड़ के बावजूद कंपनी ने कोई गंभीर पहल नहीं की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब कांग्रेस टाटा स्टील प्रबंधन से भी सीधा संवाद करेगी और यदि जनहित में कार्य नहीं होता है तो आंदोलन किया जाएगा।

जाम से मुक्ति के लिए फोरलेन और ओवरब्रिज की मांग

आनंद बिहारी दुबे ने प्रेस वार्ता में यह घोषणा की कि कांग्रेस पार्टी एग्रिको से साकची गोलचक्कर तक, कालिमाटी रोड, करनडीह और सुंदरनगर जैसे अति व्यस्त क्षेत्रों में ओवरब्रिज और फोरलेन सड़क निर्माण के लिए जनहित याचिका से लेकर जन आंदोलन तक किसी भी हद तक जाएगी।उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र लंबे समय से उपेक्षित रहे हैं, जबकि शहर के अन्य हिस्सों में कम यातायात होते हुए भी चौड़ी सड़कें बन चुकी हैं।

तीन दिनों तक किया जनसंपर्क, जनता की पीड़ा को समझा

दुबे ने बताया कि उन्होंने लगातार तीन दिनों तक एग्रिको, भालूबासा, बाराद्वारी और साकची गोलंबर के आसपास के लोगों से मुलाकात कर व्यावहारिक समस्याओं को समझा और जनता के आक्रोश को महसूस किया। उन्होंने कहा, “सरकार को अब आंकड़ों से नहीं, आम लोगों के अनुभवों से सीखना चाहिए।”

भाषाई समावेशन की मांग भी उठाई

प्रेस वार्ता के अंत में दुबे ने राज्य सरकार से यह भी मांग की कि झारखंड में अविलंब बंगाली, उड़िया, भोजपुरी, अंगिका और मैथिली जैसी भाषाओं की पढ़ाई स्कूलों में शुरू की जाए। उन्होंने कहा कि “राज्य की भाषाई विविधता का सम्मान करना सरकार की जिम्मेदारी है, जिससे सभी भाषाभाषियों को सम्मान मिल सके।” कांग्रेस पार्टी इस विषय को लेकर शिक्षा मंत्री से एक प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से मुलाकात करेगी।

कांग्रेस का अगला कदम: जनअभियान और आंदोलन

दुबे ने स्पष्ट किया कि जिला कांग्रेस अब “जाम मुक्ति अभियान” की रूपरेखा तैयार करेगी, जिसमें जनजागरूकता, संवाद, और आवश्यकता पड़ने पर धरना-प्रदर्शन और सिविल आंदोलन शामिल हो सकते हैं। इस अभियान में स्थानीय नागरिकों, समाजसेवियों और व्यापारियों को भी शामिल किया जाएगा।

इस अवसर पर जिला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह मल्ली, सामता कुमार, रजनीश सिंह, ऊषा सिंह, नलिनी सिन्हा, अपर्णा गुहा, रीता शर्माऔर इंदुभूषण यादव मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन संजय सिंह आज़ाद और उपाध्यक्ष ब्रजेंद्र तिवारी ने किया।

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