दुमका में आसमानी कहर: वज्रपात से तीन की मौत, कई गंभीर रूप से घायल

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दुमका, 13 जुलाई: रविवार की शाम दुमका जिले में अचानक बदले मौसम ने कहर बरपा दिया। तेज बारिश के साथ हुए वज्रपात की घटनाओं ने जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों को शोक में डुबो दिया। इन घटनाओं में कुल तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र मसलिया, सरैयाहाट और जरमुंडी रहे, जहां आकाशीय बिजली ने लोगों की जान ले ली और कई परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

मसलिया: खेत से लौटते समय युवक की मौत

मसलिया थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव का 23 वर्षीय चंदन मरांडी रविवार की शाम अपने खेत से लौट रहा था, तभी तेज बारिश के साथ अचानक वज्रपात हुआ। चंदन उसकी चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया। परिजन उसे आनन-फानन में फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने पोस्टमार्टम के लिए काफी समझाने की कोशिश की, मगर शोकाकुल परिजन इसके लिए तैयार नहीं हुए और शव को बिना पोस्टमार्टम के ही घर ले गए।

सरैयाहाट: खेत में काम कर रही महिला की मौत, चार घायल

सरैयाहाट थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव में 33 वर्षीय शकुन्ती देवी की खेत में काम के दौरान वज्रपात से मौत हो गई। वह भरत चंद्र कापरी की पत्नी थीं। इस घटना में रूपा कुमारी, प्रभा देवी, और भरत कापरी सहित कुल चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए सरैयाहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए देवघर रेफर कर दिया गया। भरत कापरी की हालत गंभीर बताई जा रही है।

जरमुंडी: बकरी खोलने गई महिला की जान गई, दो अन्य घायल

जरमुंडी थाना क्षेत्र में रविवार शाम एक और दर्दनाक घटना घटी। 42 वर्षीय रेखा देवी की मौत उस समय हो गई जब वे तेज बारिश के बीच अपने घर के पास बंधी बकरी को खोलने गई थीं। वज्रपात की चपेट में आने से घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। उन्हें भी परिजन जरमुंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इसी थाना क्षेत्र के झकिया गांव में 35 वर्षीय मनोहर पुजहर पर उस समय वज्रपात गिरा जब वह अपने मवेशी चरा रहे थे। उन्हें गंभीर अवस्था में दुमका मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। वहीं, बनवारा गांव के दिनेश ठाकुर भी इस दौरान आकाशीय बिजली से झुलस गए हैं और उनका भी इलाज दुमका में चल रहा है।

प्रशासन अलर्ट, परिजनों को सहायता देने की प्रक्रिया शुरू

घटनाओं की जानकारी मिलते ही संबंधित थानों की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थलों पर पहुंचे। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सरकारी सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि खराब मौसम के दौरान खुले में काम करने से बचें।मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों में झारखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की है। ऐसे में प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सावधानी बरतने की अपील की है।