जमशेदपुर , 1 जून 2025:
घाटशिला के जिला परिषद् सदस्य कर्ण सिंह के खिलाफ झूठे मामले में फंसाने और जेल भेजने की घटना के विरोध में शनिवार को जिला परिषद् अध्यक्ष बारी मुर्मू एवं उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा के नेतृत्व में जिला परिषद् सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से भेंट किया। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए निष्पक्ष न्यायिक जांच कराने और थाना प्रभारी की बर्खास्तगी की कड़ी मांग की।

जनप्रतिनिधि के सम्मान को ठेस पहुँची
प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त को बताया कि थाना प्रभारी द्वारा कर्ण सिंह के साथ किया गया दुर्व्यवहार, गलत FIR दर्ज करना और जनप्रतिनिधि को बदनाम करने के लिए बिल्डर से मिलीभगत जैसी गंभीर शिकायतें सामने आई हैं। उन्होंने इस घटना को जनप्रतिनिधि के सम्मान के खिलाफ हमला बताया और कहा कि झूठे आरोपों के चलते जेल भेजना न केवल कर्ण सिंह की प्रतिष्ठा बल्कि सभी जनप्रतिनिधियों के आत्मसम्मान को भी ठेस पहुंचाता है।उपायुक्त ने प्रतिनिधिमंडल की बात गंभीरता से सुनी और आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों के सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

जनप्रतिनिधि संगठित होकर लड़ेंगे न्याय के लिए
जिला परिषद् अध्यक्ष बारी मुर्मू ने कहा, “यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं है, बल्कि सभी जनप्रतिनिधियों के मान सम्मान का सवाल है। हम इस तरह की गलत कार्रवाई को सहन नहीं करेंगे और पूरी पंचायत प्रतिनिधि एकजुट होकर इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे।”
उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा ने भी स्पष्ट किया कि “न्याय मिलने तक हमलोग संघर्ष जारी रखेंगे और कोई भी गलती बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन थे शामिल
इस अवसर पर जिला परिषद् सदस्य कविता परमार, पारितोष सिंह, कुसुम पूर्ति, सबिता सरदार, सोनमोनी सरदार, पार्वती मुंडा, धरित्री महतो, देवयानी मुर्मू, खगेंन महतो, पूर्णिमा मल्लिक और सुभाष सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे। सभी ने प्रशासन से न्याय की मांग करते हुए एकजुटता दिखाई।

