जमशेदपुर , पूर्वी सिंहभूम | पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने रविवार को मुसाबनी प्रखंड के आदिम जनजाति बहुल क्षेत्र कुलामारा गांव का दौरा कर खारिया टोला और जोबला में सबर समुदाय के परिवारों से सीधा संवाद स्थापित किया। इस दौरान उन्होंने सबर जनजाति के जीवन स्तर, मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की समीक्षा की। दौरे का उद्देश्य था – समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक विकास योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करना।

सबर परिवारों से सीधा संवाद, योजनाओं की स्थिति का लिया जायजा
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने सबर परिवारों से बात कर उनकी सामाजिक, आर्थिक व पारिवारिक समस्याएं सुनीं। उन्होंने यह भी जाना कि क्या वे राज्य और केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं जैसे राशन, स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण और आवास योजनाओं से लाभान्वित हो पा रहे हैं या नहीं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि प्रत्येक सबर परिवार को जन्म प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आयुष्मान भारत कार्ड और राशन कार्ड जैसी आवश्यक सरकारी सुविधाएं अविलंब उपलब्ध कराई जाएं।
शिक्षा और पोषण पर विशेष जोर
उपायुक्त ने बच्चों के स्कूल में नामांकन और नियमित उपस्थिति को लेकर चिंता जताई और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि क्षेत्र में एक व्यापक सर्वेक्षण कर सभी बच्चों का स्कूलों में नामांकन और ठहराव सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना और मंइयां सम्मान योजना के तहत पात्र लाभुकों को चिन्हित कर लाभ दिलाने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया।

पेयजल की समस्या का तुरंत समाधान
खारिया टोला में पेयजल संकट की जानकारी मिलने पर उपायुक्त ने मौके पर ही नए चापाकल की स्थापना और मौजूदा जल स्रोतों की मरम्मत के आदेश दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि हर घर को स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराना प्राथमिकता होनी चाहिए।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा
जोबला में स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने दवाओं की उपलब्धता, स्टॉक रजिस्टर, एक्सपायरी डेट और ओपीडी रजिस्टर की जांच की। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया कि दवाओं की आपूर्ति नियमित रहे और मरीजों को समय पर उपचार मिले।

आंगनबाड़ी केंद्र और पोषाहार वितरण की जांच
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने आंगनबाड़ी केंद्र का भी जायजा लिया। उन्होंने पोषाहार वितरण की समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि सभी लाभुक बच्चों और गर्भवती महिलाओं को समय पर पोषाहार मिले। वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो, इस पर भी विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए।
विकास की मुख्यधारा में जोड़े जाएंगे आदिम जनजातीय परिवार
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का उद्देश्य यह है कि कोई भी परिवार विकास से वंचित न रहे, खासकर सुदूरवर्ती और आदिम जनजातीय समुदाय। उन्होंने कहा कि मुसाबनी प्रखंड आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत चिन्हित है, इसलिए यहां स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, बुनियादी संरचना और सामाजिक उत्थान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ ठोस कार्य योजना बनाकर अमल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
निरीक्षण में ये अधिकारी रहे उपस्थित
इस निरीक्षण दौरे में मुसाबनी प्रखंड विकास पदाधिकारी सुश्री अदिति गुप्ता, अंचल अधिकारी श्री ऋषिकेश मरांडी, और अन्य संबंधित विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद थे। सभी अधिकारियों को क्षेत्र का नियमित भ्रमण करने और जमीनी स्तर पर योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए गए।
