New Delhi: दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्षी नेता अतीशी ने बीजेपी की हालिया कार्रवाई पर कड़ा हमला किया है। अतीशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने डॉ. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की तस्वीर को हटाकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगा दी है, और इस कदम से स्पष्ट हो जाता है कि क्या बीजेपी का मानना है कि पीएम मोदी डॉ. आंबेडकर से श्रेष्ठ हैं।
बातों में कटु सवाल
अतीशी ने कहा, “जब आपातकालीन परिस्थितियों में आपके पार्टी विधायक डॉ. आंबेडकर के नारे लगाते हैं तो उन्हें निलंबित कर दिया जाता है, लेकिन जब बीजेपी के विधायक पीएम मोदी के नारे लगाते हैं, तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती। यह स्पष्ट संदेश देता है कि बीजेपी डॉ. आंबेडकर से नफरत करती है।” उन्होंने इस घटना को लोकतांत्रिक मूल्यों और समानता के सिद्धांतों के खिलाफ एक राजनीतिक साजिश बताया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और विवाद
पूर्व मुख्यमंत्री अतीशी का यह बयान राजनीतिक और सामाजिक विमर्श में नई तेजस्विता लेकर आया है। उनके अनुसार, डॉ. आंबेडकर न केवल समाज के एक बड़े वर्ग के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं, बल्कि वे भारत के लोकतांत्रिक ढांचे का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। अतीशी ने कहा कि डॉ. आंबेडकर की विरासत को सम्मानित करने के बजाय, बीजेपी की यह कार्रवाई राजनीतिक पक्षपात और वृहत विचारधारा का प्रतीक है।
आगे की मांग
अतीशी ने मांग की कि बीजेपी को इस मामले की पारदर्शी जांच करनी चाहिए और डॉ. आंबेडकर के प्रति सम्मान का पुनर्निर्माण करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक दलों को अपने मतभेदों को आदर्शवाद और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के आधार पर सुलझाना चाहिए, न कि विरासत और सम्मान के मुद्दों को लूटने के लिए।
राजनीतिक माहौल पर असर
इस बयान से दिल्ली में राजनीतिक माहौल में और भी गर्मी देखने को मिल सकती है। विपक्षी दल इस मुद्दे का इस्तेमाल बीजेपी के राजनीतिक एजेंडा के खिलाफ करने की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं, बीजेपी की ओर से अभी तक इस बयान पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है।
