रैयती जमीन विवाद, वृद्धा पेंशन, अतिक्रमण जैसे मुद्दों पर अधिकारियों को दिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश
सरायकेला, 18 जुलाई 2025।
जिला मुख्यालय स्थित उपायुक्त कार्यालय कक्ष में शुक्रवार को साप्ताहिक जनता दरबार का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री नितिश कुमार सिंह ने की। इस दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों और गांवों से आए नागरिकों ने व्यक्तिगत एवं सामुदायिक समस्याओं से जुड़े आवेदन उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किए।जनता दरबार का उद्देश्य नागरिकों की शिकायतों का त्वरित निस्तारण और जनहित से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना था, जिसे उपायुक्त ने गंभीरता से लेते हुए मौके पर ही कई मामलों में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया और समाधान का आश्वासन दिया।
जनता दरबार में आईं प्रमुख शिकायतें
जनता दरबार में प्राप्त शिकायतों में जिले की स्थानीय समस्याओं की विविधता दिखाई दी। इनमें से कुछ प्रमुख आवेदन एवं मुद्दे इस प्रकार रहे:
- रैयती जमीन का ऑनलाइन अद्यतन नहीं होने की शिकायत
- दखल-दिहानी विवाद, जिससे ग्रामीणों को भूमि उपयोग में परेशानी
- झारखंड मुख्यमंत्री मंइया सम्मान योजना का मार्च 2025 से लाभ नहीं मिलना
- वृद्धा पेंशन योजना का डेढ़ वर्ष से लंबित भुगतान
- निजी विद्यालयों में फीस माफी से जुड़ी जन शिकायतें
- चांडिल प्रखंड अंतर्गत खुटी-चामनी चौक से मसूरीबेडा तक सड़क निर्माण में अतिक्रमण की बाधा
- खूंटी लैंप्स के कर्मचारी द्वारा परिसर पर अवैध कब्जा कर निवास करने का मामला
- प्राथमिक मध्य विद्यालय, वामडीह (इचागढ़) में 20 वर्षों से कार्यरत रसोईया को जबरन हटाने की शिकायत
उपायुक्त ने दिए सख्त निर्देश, त्वरित एवं निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा
शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त श्री नितिश कुमार सिंह ने संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारियों (BDO), अंचलाधिकारियों (CO)तथा जिला कल्याण पदाधिकारी, शिक्षा विभाग व सामाजिक सुरक्षा कार्यालय को निर्देशित किया कि:
“प्रत्येक आवेदन की निष्पक्ष जांच कर यथाशीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करें ताकि नागरिकों को राहत मिल सके। किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
उन्होंने अधिकारियों को जनता से संवेदनशीलता के साथ संवाद करने और जमीनी स्तर पर समस्याओं के समाधान में तत्पर रहने की भी हिदायत दी।
जनता दरबार बना संवाद और विश्वास का माध्यम
साप्ताहिक जनता दरबार, जहां एक ओर सरकारी तंत्र और आम नागरिकों के बीच संवाद का सेतु बनता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर यह जनसरोकार की पारदर्शी प्रक्रिया को भी दर्शाता है।उपायुक्त श्री सिंह की प्रत्यक्ष मौजूदगी और तत्परता ने आम लोगों में विश्वास को और भी मजबूत किया है। कई आवेदकों ने अपनी समस्याओं के त्वरित संज्ञान लिए जाने पर संतोष जाहिर किया।