परमाराध्या श्रीश्रीबड़मा की 55वीं तिरोभाव तिथि 12 मई को श्रद्धा व भक्ति से मनाई जाएगी

जमशेदपुर। परम करुणामयी, संत शिरोमणि, मातृस्वरूपा परमाराध्या श्रीश्रीबड़मा की 55वीं तिरोभाव तिथि (महासमाधि दिवस) आगामी सोमवार, 12 मई को श्रद्धापूर्वक मनाई जाएगी। इस पुण्य अवसर पर सत्संगीजन उनकी दिव्य शिक्षाओं, निःस्वार्थ सेवा व मानवता के प्रति उनके अटूट प्रेम को स्मरण करते हुए गहन भक्ति में लीन रहेंगे।



श्रीश्रीबड़मा की पावन स्मृति में दिनभर प्रार्थना, ध्यान व भजन का आयोजन किया जाएगा। सत्संगी भाइयों-बहनों से अनुरोध किया गया है कि वे इस दिन विशेष हविष्यव्रत का पालन करें। यह व्रत आत्मसंयम, आस्था और श्री श्री ठाकुर की भक्ति का प्रतीक है।



इस दिन त्रिसंध्या स्नान करना, अनावश्यक बातचीत से बचना और विशेष विधि से तैयार भविष्य भोजन केवल एक बार ग्रहण करना आवश्यक है। भविष्य भोजन में शामिल हैं – आतप चावल, सैंधव नमक, सिद्ध मूँग या मटर की दाल, तिल का बट्टा, कच्चा व पका केला, घृत (घी), आम, दूध, यव (जौ), हरड़ (हरीतकी) और आँवला (आमलकी)। भोजन संयमित मात्रा में लेना चाहिए और अत्यधिक प्यास लगने पर केवल जल ग्रहण करना उचित रहेगा।



इस दिन आलू, अन्य सब्जियाँ, सामान्य नमक, तेल, मसाले, चीनी आदि का पूर्णतः त्याग अनिवार्य है। दिनभर नाम-स्मरण, ध्यान, ठाकुर ग्रंथों का पठन और ईष्ट चरणों का स्मरण करते हुए आत्मा को भक्ति में संलग्न रखना श्रेयस्कर होगा।

सभी सत्संगीजन इस पवित्र अवसर की जानकारी अपने परिवार, मित्रों व अन्य श्रद्धालुओं को भी दें, ताकि सत्संग भाव का विस्तार हो और अधिक आत्माएं भक्ति के मार्ग पर अग्रसर हों।

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