जमशेदपुर, 11 मई 2025: बी. ए. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (BACET), जमशेदपुर में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2025 को उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस वर्ष की थीम “नवाचार के माध्यम से सतत भविष्य को सशक्त बनाना” ने तकनीकी नवाचारों के माध्यम से पर्यावरण संतुलन और सतत विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को रेखांकित किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ ईसीई विभाग की विभागाध्यक्ष एवं प्राचार्य प्रभारी डॉ. प्रत्यंचा प्रसाद के स्वागत भाषण से हुआ। इसके पश्चात कॉलेज के चेयरमैन डॉ. एस. के. सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में सभा को संबोधित करते हुए प्रौद्योगिकी दिवस के इतिहास और उसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला।

डॉ. सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा, “आज प्रौद्योगिकी केवल विकास का माध्यम नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है। नवाचारों के ज़रिए हम न केवल समस्याओं का समाधान खोज रहे हैं, बल्कि भविष्य को अधिक टिकाऊ और सुरक्षित भी बना रहे हैं।”

उन्होंने परिपत्र अर्थव्यवस्था के सिद्धांत—“घटाओ, पुनः प्रयोग करो, पुनः चक्रण करो”—का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे कचरा प्रबंधन, स्मार्ट लॉजिस्टिक्स और नवीकरणीय ऊर्जा आधारित नवाचार पर्यावरण की रक्षा कर रहे हैं।
मुख्य आकर्षण:
विशेष वीडियो प्रस्तुति: जिसमें ऑपरेशन सिंदूर में ड्रोन तकनीक की भूमिका को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया।
प्रतियोगिताएँ:
कंप्यूटर टाइपिंग स्पीड टेस्ट:
प्रथम पुरस्कार: नज़रीन आरा (CSE, तृतीय सेमेस्टर)
द्वितीय पुरस्कार: बाबुल हलदार (EEE, छठा सेमेस्टर)
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता: जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने समान रूप से भाग लिया।

कार्यक्रम का सफल संचालन संबंधित विभागों के समन्वयकों द्वारा किया गया, और समापन CSE विभागाध्यक्ष श्री हिमाद्री भूषण महापात्र के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। पूरे कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के शिक्षक और छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी रही, जिसने इस आयोजन को ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक और उद्देश्यपूर्ण बना दिया।